Highlights
- भारत में बिजली की मांग बढ़ने से नेपाल को होने वाली बिजली सप्लाई घटी
- नेपाल में हालत इतने खराब हैं कि उसे कई कारखाने बंद करने पड़ रहे हैं
- नेपाल जल्द ही अपने औद्योगिक गलियारों की बिजली काट सकता है
Nepal Crisis: भारत इस समय बिजली के भीषण संकट से जूझ रहा है। देश के लगभग सभी राज्यों में बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ रही है। लेकिन भारत में बिजली के इस करंट का झटका पड़ोसी देशों पर भी पड़ रहा है। भारत में बिजली की मांग बढ़ने से नेपाल को होने वाली बिजली सप्लाई घट गई है।
पहले से ही आर्थिक संकट की मार झेल रहे नेपाल में हालत इतने खराब हैं कि उसे कई औद्योगिक क्षेत्रों में कारखाने बंद करने पड़ रहे हैं। नेपाल सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक भारत से पर्याप्त बिजली आपूर्ति नहीं मिलने के कारण नेपाल जल्द ही अपने औद्योगिक गलियारों की बिजली काट सकता है।
भारत से मिल रही है एक चौथाई बिजली
नेपाल बिजली प्राधिकरण के उप-प्रबंध निदेशक-योजना प्रदीप ठिके ने कहा कि अभी नेपाल को भारत से सिर्फ 100 मेगावॉट बिजली मिल रही है जबकि मांग 400 मेगावॉट की है। उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारे पास 300 मेगावॉट बिजली की कमी है क्योंकि हमें भारत से पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही, वह खुद बिजली संकट से गुजर रहा है।’’
तीन औद्योगिक गलियारे प्रभावित
बिजली की सप्लाई घटने से नेपाल के तीन औद्योगिक गलियारों बीरगंज, बिराटनगर और भैरवा में ऊर्जा आपूर्ति प्रभावित होगी। इससे मुख्यत: बड़े उद्योगों पर असर पड़ेगा, छोटे उद्योगों को कोई दिक्कत नहीं आएगी। ठिके ने कहा कि डेढ़ माह बाद, बारिश का मौसम आने पर हालात सुधरेंगे और नेपाल भारत को बिजली निर्यात करने की स्थिति में आ जाएगा।