राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज (एनडीएस) ने शुक्रवार को कहा कि वह महिलाओं के स्वामित्व वाली तीन दूध उत्पादक कंपनियां स्थापित करने में उत्तर प्रदेश सरकार की मदद कर रही है। उत्तर प्रदेश देश का दूसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है। राज्य सरकार 200 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ बजट 2021-22 में शुरू की गई राज्य की महिला सामर्थ्य योजना (एमएसवाई) के तहत महिलाओं के स्वामित्व वाले उद्यमों को बढ़ावा दे रही है।
एनडीएस ने एक बयान में कहा कि वह उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) द्वारा संचालित परियोजना को तकनीकी सहायता दे रही है। यूपीएसआरएलएम और एनडीएस के बीच हुए एक सहयोगी समझौते के तहत, तीन महिला दुग्ध उत्पादक कंपनियों को शामिल किया गया है। ये तीन महिला दुग्ध उत्पादक कंपनियां हैं- सामर्थ्य दुग्ध उत्पादक कंपनी (रायबरेली), श्री बाबा गोरखनाथ कृपा दुग्ध उत्पादक कम्पनी (गोरखपुर) एवं श्रीजनी दुग्ध उत्पादक कंपनी (बरेली)।
एनडीएस ने कहा कि ये कंपनियां एक साथ 17 जिलों के 2,800 से अधिक गांवों से 1.50 लाख महिला डेयरी किसानों का नामांकन करेंगी और संचालन के पांचवें वर्ष तक प्रतिदिन सात लाख लीटर से अधिक दूध खरीदेंगी। यूपीएसआरएलएम के निदेशक सी इंदुमती ने कहा कि एनडीएस की विशेषज्ञता का उपयोग करने का मकसद उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना और उनके परिवारों के जीवन स्तर को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि एमएसवाई उत्तर प्रदेश सरकार की अग्रणी योजना है और अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है।