अमेरिका में बैंकिंग संकट एक बार फिर 2008 जैसी महामंदी के संकेत दे रही है। अमेरिका में स्टार्टअप कंपनियों को कर्ज देने वाला सबसे बड़ा बैंक सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के डूबने की खबर ने दुनिया भर में तहलका मचा रखा है। इस बैकिंग संकट की आंच अब भारतीय कंपनियों को भी पिघलाने लगी है। कल इस बीच खबर आई कि भारतीय स्टार्टअप नजारा टेक्नोलॉजी की जमा करोड़ों डॉलर की राशि भी बैंक में फंस गई है। इस बीच नजारा टेक्नोलॉजी ने इस मामले में बयान देने हुए बताया कि समय रहते कंपनी ने सिलिकॉन वैली बैंक में जमा पैसा निकाल लिया था।
यूं संकट से बच निकली कंपनी
नजारा टेक्नोलॉजीज ने बुधवार को बताया कि उसकी अनुषंगी की दो अनुषंगी इकाइयों के अमेरिका के विफल हो चुके सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) में कुल 64 करोड़ रुपये जमा थे। इसमें से 60 करोड़ रुपये दूसरे बैंक खातों में सफलतापूर्वक हस्तांतरित कर दिये गये हैं। कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया कि एसवीबी के खातों में अब भी उसके चार करोड़ रुपये हैं। यह रकम गैर-प्रतिबंधित परिचालन उपयोग के लिये है।
इन दो सब्सिडियरी का फंसा था पैसा
नजारा ने बताया कि दोनों कंपनियों- किडोपिया इंक और मीडियावर्क्ज इंक को एसवीबी में जमा पूरे 64 करोड़ रुपये तक बिना कोई बाधा के पहुंच दी गई थी। उसने कहा, ‘‘इस खाते में से 60 करोड़ रुपये अन्य बैंकों के खातों में स्थानांतरित कर दिए गए और बाकी के चार करोड़ रुपये गैर-प्रतिबंधित परिचालन उपयोग के लिए एसवीबी खाते में रखे हैं।’’