मुंबई के सिर एक नया ताज सजा है। मुंबई पहली बार चीनी महानगर बीजिंग को पछाड़कर पहली बार एशिया की अरबपतियों की राजधानी बन गई है। एक लेटेस्ट आंकड़े आने के बाद यह बात सामने आई है। मुंबई के 603 वर्ग किलोमीटर में अब बीजिंग के 16,000 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा अरबपति रहते हैं। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के मुताबिक, जहां चीन में भारत के 271 के मुकाबले 814 अरबपति हैं, वहीं मुंबई में बीजिंग में 91 के मुकाबले 92 अरबपति हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है, जिसने 119 अरबपतियों के साथ सात साल बाद अपना टॉप पोजिशन हासिल किया है, इसके बाद 97 अरबपतियों के साथ लंदन है।
मुंबई की कुल अरबपतियों की संपत्ति
खबर के मुताबिक, मुंबई की कुल अरबपतियों की संपत्ति 445 अरब डॉलर है, जो पिछले साल से 47% ज्यादा है, जबकि बीजिंग की कुल अरबपतियों की संपत्ति 265 अरब डॉलर है, जो 28 प्रतिशत की कमी दर्शाता है। मुंबई के धनवान सेक्टर्स में ऊर्जा और फार्मास्यूटिकल्स शामिल हैं, जिससे मुकेश अंबानी जैसे अरबपति जुड़े हैं। रियल एस्टेट प्लेयर मंगल प्रभात लोढ़ा (और परिवार) मुंबई में सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाले अरबपति थे। इनकी संपत्ति में 116% की ग्रोथ देखी गई।
26 नए अरबपतियों के जुड़ने से मुंबई निकला आगे
मुंबई एक साल में 26 नए अरबपतियों के जुड़ने के चलते चीन की राजनीतिक और सांस्कृतिक राजधानी बीजिंग से आगे निकलने में कामयाब रही है। इसी समय, बीजिंग में शुद्ध आधार पर 18 पूर्व अरबपतियों को सूची से बाहर होते देखा गया है। दुनिया में अमीरों की सूची में भारतीय अरबपतियों की ग्लोबल रैंकिंग में मामूली गिरावट देखी गई है। मुकेश अंबानी ने संपत्ति में पर्याप्त वृद्धि के साथ 10वें स्थान को बनाए रखा है। इसी तरह, गौतम अडानी की संपत्ति में उल्लेखनीय बढ़ोतरी ने उन्हें ग्लोबल लेवल पर आठ पायदान ऊपर 15वें स्थान पर पहुंचा दिया।
इन भारतीय अरबपतियों का भी जलवा
एचसीएल के शिव नादर और उनके परिवार ने संपत्ति और वैश्विक रैंकिंग दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी (16 स्थान ऊपर 34 पर)। इसके अलावा, सीरम इंस्टीट्यूट के साइरस एस पूनावाला की कुल संपत्ति 82 बिलियन डॉलर के साथ मामूली गिरावट (9 पायदान गिरकर 55वें स्थान) पर रही। सन फार्मास्यूटिकल्स के दिलीप सांघवी (61वें स्थान) और कुमार मंगलम बिड़ला (100वें) का भी योगदान है। डीमार्ट की सफलता से प्रेरित राधाकिशन दमानी की संपत्ति में मामूली लेकिन स्थिर वृद्धि ने उन्हें आठ पायदान ऊपर 100वें स्थान पर पहुंचा दिया है।