देश के सबसे अमीर और दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में शुमार मुकेश अंबानी और गौतम अदानी की संपत्ति (नेटवर्थ) बीते कुछ महीनों में 100 अरब डॉलर से नीचे सरक गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अदानी ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ब्लूमबर्ग के हवाले से इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, दोनों की संपत्ति में गिरावट उनके मुख्य कारोबार में व्यापक वित्तीय संघर्षों के बीच आई है।
20 अरबपतियों ने सामूहिक रूप से संपत्ति में 67.3 अरब डॉलर जोड़े
रिपोर्ट के मुताबिक, इतना होने के बाद भी भारत के शीर्ष 20 अरबपतियों ने इस साल सामूहिक रूप से अपनी संपत्ति में 67.3 अरब डॉलर जोड़े हैं, जो देश के धनी अभिजात वर्ग के लचीलेपन को दर्शाता है। उद्योगपति शिव नादर और स्टील मैग्नेट सावित्री जिंदल अपने नेटवर्थ में क्रमशः 10.8 अरब डॉलर और 10.1 अरब डॉलर जोड़कर लाभ में अग्रणी रहे। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति, जो जुलाई में उनके बेटे अनंत अंबानी की भव्य शादी के दौरान 120.8 अरब डॉलर थी, 13 दिसंबर तक घटकर 96.7 अरब डॉलर रह गई है।
गौतम अदानी की कुल नेटवर्थ और परेशानियां
गौतम अदानी को तो और भी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, गौतम अदानी की जून में संपत्ति 122.3 अरब डॉलर से गिरकर दिसंबर में 82.1 अरब डॉलर हो गई है। यह भारी गिरावट कई आरोपों और जांचों के बाद हुई है। अमेरिकी न्याय विभाग ने बीते नवंबर में अदानी समूह से जुड़ी कथित रिश्वतखोरी की जांच शुरू की। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में समूह पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया था, एक ऐसा दावा जिसका अदानी ने लगातार खंडन किया है। अदानी ने हाल ही में रिश्वतखोरी के आरोपों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कंपनी के खिलाफ हर चुनौती हमें और मजबूत बनाती है। आरोपों और चल रही जांच से आने वाले साल में ग्रुप के बाजार मूल्य और संचालन पर भारी असर पड़ने की उम्मीद है।
ग्लोबल लिस्ट में भारत का स्थान
मुकेश अंबानी और गौतम अदानी ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर चमकते रहे हैं। ब्लूमबर्ग की 2024 की सबसे अमीर परिवारों की सूची में अंबानी आठवें स्थान पर हैं, जबकि शापूरजी पल्लोनजी के मिस्त्री 23वें स्थान पर हैं। अदानी इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं। ग्लोबल लेवल पर, वॉलमार्ट वाल्टन ने 432.4 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ टॉप स्थान बरकरार रखा। यह एलन मस्क की व्यक्तिगत निवल संपत्ति से भी कहीं अधिक है।
अक्षय ऊर्जा, डिजिटल प्लेटफॉर्म और मीडिया साझेदारी में अंबानी के निवेश रिलायंस के पोर्टफोलियो में विविधता लाने की लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजी का संकेत देते हैं। अदानी का ध्यान निवेशकों का विश्वास फिर से हासिल करने और अपने समूह के खिलाफ आरोपों का समाधान करने पर रहेगा।