Highlights
- दुनिया की बेशकीमती चाय का नाम पाभोजन गोल्ड टी है
- यह चाय 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम की दर से नीलाम हुई है
- इस चाय की सिर्फ 1 किलोग्राम पत्तियों का ही उत्पादन हुआ है
क्या आप सोच सकते हैं भारत की हर रसोई में मिलने वाली चाय की कीमत इतनी अधिक हो कि आपको घर में इसके लिए तिजारी बनवानी पड़े? जी हां, दुनिया भर में अपनी खास चाय के लिए प्रसिद्ध असम में एक चाय की वैरायटी इतनी महंगी है कि इसकी कीमत में आप डेढ़ किलो चांदी भी खरीद सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बेशकीमती चाय का नाम है पाभोजन गोल्ड टी। दुर्लभ किस्म की यह जैविक चाय असम के गोलाघाट जिले में पैदा होती है। सोमवार को जोरहाट के एक नीलामी केंद्र में इस पाभोजन चाय के लिए एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बोली लगी। भारतीय चाय कारोबार के इतिहास में यह सबसे अधिक कीमत है। बता दें कि इस चाय की सिर्फ 1 किलोग्राम पत्तियों का ही उत्पादन हुआ है।
क्या है इस चाय की क्वालिटी
जोरहाट चाय नीलामी केन्द्र (जेटीएसी) के एक अधिकारी ने कहा कि पाभोजन ऑर्गेनिक टी एस्टेट द्वारा बेची गई चाय को असम स्थित चाय ब्रांड एसा टी ने खरीदा था। पभोजन गोल्ड टी एक स्वादिष्ट होने के साथ एक चमकदार पीला पेय है और इसे चाय के बागानों से चाय की दूसरी खेप के चुनिंदा उपरी पत्तों को तोड़कर बनाया जाता है। ये पत्तियां बाद में सुनहरे रंग की हो जाती हैं और पेय में एक बेहतरीन रंग आ जाता है।
चाय के पारखियों के लिए खास
पोभाजन चाय को इतने महंगे दाम पर खरीदने वाली कंपनी एसा टी के सीईओ, बिजित सरमा ने कहा कि चाय की यह किस्म उन्हें अपने ग्राहकों को, असम के बेहतरीन चाय ब्लेंड में से एक को उपलब्ध कराने में मदद करेगी। यह चाय की किस्म दुर्लभ है और ''चाय के पारखी लोगों के लिए, यह इस एक कप का एक अलग अनुभव है। हमारे ग्राहक दुनिया भर में फैले हुए हैं और वे इस किस्म के स्वाद और मूल्य को समझेंगे। हमें खुशी है कि हम उन्हें असली असम चाय के स्वाद प्रदान करने के अपने मिशन को जारी रखने में सक्षम हैं।’’
सिर्फ 1 किलो चाय का उत्पादन
पाभोजन ऑर्गेनिक टी एस्टेट की मालिक राखी दत्ता सैकिया ने कहा, ''हमने इस दुर्लभ किस्म की चाय का केवल एक किलो उत्पादन किया और इसके लिए मिले नई रिकॉर्ड-तोड़ कीमत से खुश हैं जिसने इतिहास रच दिया है। उसने जो कीमत हासिल की वह कुछ ऐसी है जो असम चाय उद्योग को अपनी खोई हुई प्रसिद्धि वापस पाने में मदद करेगी।''