भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के लिए अच्छी खबर है। दिग्गज ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (moody's) इंडियन इकॉनोमी पर बुलिश है। मूडीज ने सोमवार को कैलेंडर ईयर 2024 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट (India GDP Growth Rate) का अनुमान बढ़ा दिया है। रेटिंग एजेंसी ने इस अनुमान को पहले के 6.1 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। मूडीज ने 2023 में भारत के मजबूत आर्थिक प्रदर्शन और कम होती वैश्विक आर्थिक चुनौतियों को देखते हुए यह अनुमान बढ़ाया है। विश्लेषकों की 6.6 प्रतिशत की उम्मीदों को पार करते हुए, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी। मूडीज ने इस मजबूत ग्रोथ का श्रेय सरकार के पूंजीगत व्यय और जोरदार विनिर्माण गतिविधियों को दिया।
GVA और GDP में अंतर
हालांकि, ग्रॉस वैल्यू एडेड यानी GVA, जो अर्थव्यवस्था में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य का एक माप है और अप्रत्यक्ष करों और सब्सिडी को छोड़कर है, 6.5 प्रतिशत बढ़ा। इसने अर्थशास्त्रियों को यह कहने के लिए प्रेरित किया कि जीडीपी डेटा ने विकास प्रवृत्तियों को बढ़ा दिया है। रॉयटर्स ने एक सीनियर सरकारी अधिकारी के हवाले से लिखा, 'अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीवीए और जीडीपी के बीच व्यापक अंतर मुख्य रूप से उस तिमाही में सब्सिडी में तेज गिरावट के कारण था, जो मुख्य रूप से यूरिया जैसे उर्वरक सब्सिडी पर कम भुगतान के कारण हुआ'
G-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ती इकॉनोमी
31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। मूडीज ने अपने 2024 के लिए वैश्विक व्यापक आर्थिक परिदृश्य में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ते रहने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया, 'भारतीय अर्थव्यवस्था ने अच्छा प्रदर्शन किया है और 2023 में उम्मीद से अधिक मजबूत आंकड़ों ने हमें 2024 की विकास दर का अनुमान 6.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत करने के लिए प्रेरित किया है। हमारे पूर्वानुमान क्षितिज पर भारत के जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने की संभावना है।' एजेंसी ने कहा कि उच्च-आवृत्ति संकेतक बताते हैं कि अर्थव्यवस्था की मजबूत सितंबर और दिसंबर तिमाही की गति 2024 की मार्च तिमाही में भी जारी रहेगी।