देशभर में धूमधाम से दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। दशहरा को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पर वाहन, खरीदना, गृह प्रवेश और निवेश करना काफी शुभ माना जाता है। इसके साथ ही ये त्योहार हमें कई ऐसी सीख देता है, जिसका पालन करके व्यक्ति धनवान बनने के साथ अपने वित्तीय लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर सकता है।
बुराई पर अच्छाई की जीत
दशहरा को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इसी तरह निवेश में निवेशकों को ज्यादा रिटर्न के लालच में ऐसी कंपनियों के पीछे नहीं भागना चाहिए, जिनकी बैलेंसशीट खराब और मार्केट कैप का वैल्यूएशन के कोई तालमेल नहीं बैठ रहा है। हमेशा ऐसी कंपनियों को चुनना चाहिए, जिनकी बैलेंसशीट अच्छी है और वैल्यूएशन भी ठीक है।
सही योजना बनाएं और लागू करें
भगवान राम की रावण पर जीत उनकी सही रणनीति बनाने और उसे लागू करने के कारण हुई। इसी तरह किसी भी निवेशक को अपना पोर्टफोलियो बनाते समय सही योजना अपनानी और उसे लागू करना चाहिए।
कामयाबी को हावी न होने दें
रावण की हार के पीछे एक बड़ा कारण उसका अहंकार था। इसकी वजह उसके कामयाबी का उसके ऊपर हावी होना था। निवेश में अक्सर ऐसा देखा जाता है कि किसी शेयर में अच्छा पैसा बनने पर निवेशक के सिर पर कामयाही हावी हो जाती है और वो गलती कर देता है। इससे जो पैसा उसने कमाया था। वह डूब जाता है।
किसी को भी कम न आंके
रावण काफी शक्तिशाली था। वहीं, राम वनवास काट रहे थे। फिर भी वानर सेना लेकर राम ने रावण को हरा दिया। ऐसी ही बाजार में होता है। आपको बड़े-बड़े फेमस शेयर रिटर्न देने के मामले में छोटे-छोटे शेयरों से काफी पीछे रह जाते हैं।
दृढ़ रहना
किसी भी निवेशक को निवेश का फैसला सोचना समझ कर लेना चाहिए। फैसला लेने के बाद कम रिटर्न आने पर हड़बड़ी में कोई कार्य न करें। क्योंकि किसी भी शेयर में अच्छा रिटर्न हासिल करने के लिए निवेशित रहना पड़ता है। तभी आपको इसका फायदा मिलता है।