Milk Price Hike News: आम जनता पर महंगाई की मार कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक के बाद एक चीजों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आज सुबह खबर आई कि देश में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी कर दी गई है, उसके बाद अब दूध के रेट में भी बदलाव की जानकारी सामने आ रही है। उसमें कहा जा रहा है कि अब एक लीटर दूध के लिए 5 रुपये अधिक देनें होंगे। मुंबई में भैंस के दूध की थोक कीमतें मंगलवार आधी रात से 5 रुपये प्रति लीटर महंगी हो गई है। यानि 1 मार्च आज से दूध के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे। मुंबई दुग्ध उत्पादक संघ (एमएमपीए) ने पिछले शुक्रवार को भैंस के दूध के थोक मूल्य में भारी वृद्धि की घोषणा की। एमएमपीए की कार्यकारी समिति के सदस्य सीके सिंह ने कहा कि थोक दूध की कीमतें 80 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 85 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी और 31 अगस्त तक लागू रहेंगी।
दाम बढ़ने पर देने पड़ेंगे इतने रुपये
इसके बाद मलाईदार ताजा भैंस के दूध के लिए मुंबई में 3,000 से अधिक खुदरा विक्रेताओं द्वारा खुदरा बाजार में समान वृद्धि होगी, जो अब 1 मार्च से लगभग 90 रुपये प्रति लीटर पर मिलेगा, अभी इसकी कीमत 85 रुपये प्रति लीटर है। इन तेज बढ़ोतरी का खामियाजा आम उपभोक्ताओं को न केवल महंगे सादे दूध के रूप में उठाना पड़ेगा, बल्कि अन्य दुग्ध उत्पादों को भी वहन करना पड़ेगा, जिनका घरों में रोजाना सेवन किया जाता है। एमएमपीए के कोषाध्यक्ष अब्दुल जब्बार छावनीवाला ने कहा कि इससे रेस्तरां, फुटपाथ विक्रेताओं या छोटे भोजनालयों में परोसे जाने वाले एक कप चाय-कॉफी-उकला-मिल्कशेक आदि की दरों पर प्रभाव पड़ेगा। दोनों ने कहा कि कई अन्य दुग्ध उत्पाद जैसे खोया, पनीर, पेड़ा, बर्फी जैसी मिठाइयां, कुछ उत्तर भारतीय या बंगाली मिठाइयां हैं जो दूध आधारित हैं जो अब कीमतों में बढ़ोतरी का गवाह बन सकती हैं।
शादियों के सीजन से ठीक पहले दाम बढ़ने से आम आदमी पर असर
उत्तरी मुंबई के प्रमुख दूधवाले महेश तिवारी ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी कुछ खास त्योहारों और शादियों के सीजन की पूर्व संध्या पर हुई है, जो बुधवार से थोक बिक्री दूध की कीमतों में बढ़ोतरी से प्रभावित होगी। त्योहारों के दौरान दूध और दुग्ध उत्पादों की मांग कम से कम 30-35 फीसदी बढ़ जाती है और शादियों और अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए और भी अधिक हो जाती है और नई दरें लागू होंगी।' सिंह ने कहा- अगले कुछ महीनों में होली, गुड़ी पड़वा, राम नवमी, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे के बाद ईस्टर, रमजान ईद और अन्य जैसे त्योहार है, जहां उत्सव के बजट का विस्तार करना होगा।