रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने मीडिया ऐसेट्स का ग्लोबल मीडिया हाउस वॉल्ट डिज्नी के भारतीय बिजनेस के साथ मर्जर पूरा कर लिया है। इससे 70,352 करोड़ रुपये का नया जॉइंट वेंचर अस्तित्व में आएगा। दोनों कंपनियों के एक संयुक्त बयान के अनुसार, इस जॉइंट वेंचर में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 11,500 करोड़ रुपये (1.4 अरब डॉलर) का निवेश किया है। जॉइंट वेंचर की चेयरपर्सन खुद नीता अंबानी होंगी। बयान के अनुसार, “इस ट्रांजैक्शन में बाहरी निवेश जोड़ने के बाद जॉइंट वेंचर की वैल्यू 70,352 करोड़ रुपये (8.5 अरब डॉलर) आंकी गई है।''
रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास जॉइंट वेंचर का पूरा कंट्रोल
डील पूरा होने के साथ जॉइंट वेंचर का कंट्रोल रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास रहेगा। इस जॉइंट वेंचर में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास 16.34 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि इसकी सब्सिडरी कंपनी वायकॉम 18 के पास जॉइंट वेंचर में 46.82 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। कंपनी में डिज्नी के पास बाकी की 36.84 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। बयान में कहा गया है, “नीता अंबानी इस जॉइंट वेंचर की चेयरपर्सन होंगी, जबकि उदय शंकर वाइस चेयरमैन होंगे।”
CCI और NCLT से पहले ही मिल चुकी थीं मर्जर की मंजूरी
वायकॉम 18 मीडिया और वॉल्ट डिज्नी को वायकॉम 18 के मीडिया और जियोसिनेमा बिजनेस के स्टार इंडिया में मर्जर के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) जैसे प्राधिकरण से पहले ही मंजूरी मिल चुकी थी। ये जॉइंट वेंचर भारत की सबसे बड़ी मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनियों में से एक होगा, जिसका मार्च, 2024 में खत्म हुए पिछले वित्त वर्ष (2023-24) के लिए कुल रेवेन्यू लगभग 26,000 करोड़ रुपये (3.1 अरब डॉलर) था।
जॉइंट वेंचर के पास होंगे 100 से ज्यादा टीवी चैनल
जॉइंट वेंचर के तहत 100 से ज़्यादा टीवी चैनल हैं और ये सालाना 30,000 घंटे से ज़्यादा के टीवी मनोरंजन सामग्री तैयार करता है। जियोसिनेमा और हॉटस्टार डिजिटल प्लेटफॉर्म का कुल कस्टमर बेस 5 करोड़ से ज़्यादा है। जॉइंट वेंचर में क्रिकेट, फुटबॉल और दूसरे खेलों के स्पोर्ट्स राइट का पोर्टफोलियो है।