देश में कंपनियों के बीच सौदों से जुड़ी गतिविधियों में मार्च तिमाही में शानदार तेजी देखने को मिली। रिलायंस और डिज्नी के बीच विलय संबंधी 8.5 अरब डॉलर के डील ने मार्च तिमाही में कुल विलय और अधिग्रहण गतिविधियों को दो साल के उच्चस्तर पर पहुंचा दिया है। मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। सलाहकार फर्म ग्रांट थॉर्नटन भारत ने इस रिपोर्ट में कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही में विलय और अधिग्रहण सौदों समेत कुल लेनदेन मामूली रूप से बढ़कर 427 हो गए, जबकि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कुल 422 सौदे हुए थे।
कुल सौदों का मूल्य 20.41 अरब डॉलर हो गया
खबर के मुताबिक, हालांकि, बीती तिमाही में हुए कुल सौदों का मूल्य 43 प्रतिशत बढ़कर 20.41 अरब डॉलर हो गया। यह अप्रैल-जून, 2022 की तिमाही के बाद से लेनदेन सौदों का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तिमाही का सबसे महत्वपूर्ण सौदा रिलायंस की मीडिया कंपनी वायकॉम18 का स्टार इंडिया के साथ विलय का था। इससे 8.5 अरब डॉलर के उद्यम मूल्य का सृजन हुआ।
मार्च तिमाही में 10 करोड़ डॉलर से ज्यादा मूल्य वाले सौदों की संख्या 36 प्रतिशत घटकर 18 रह गई जबकि अरबों डॉलर मूल्य के सौदों की संख्या दिसंबर तिमाही की तुलना में बढ़ गई।
कुल सौदों में विलय एवं अधिग्रहण के 120 लेनदेन
रिपोर्ट के मुताबिक, बीती तिमाही में 12 अरब डॉलर मूल्य के तीन सौदे हुए जो इस तिमाही में हुए कुल सौदों के मूल्य का लगभग 59 प्रतिशत है। कुल सौदों में विलय एवं अधिग्रहण के 120 लेनदेन शामिल थे जबकि शेष सौदे निजी इक्विटी (पीई) लेनदेन के थे। आलोच्य तिमाही में पीई गतिविधियां 8.1 अरब डॉलर के 307 सौदों के साथ बढ़ीं, जो पिछली तिमाही की तुलना में मूल्य के हिसाब से 51 प्रतिशत और मात्रा के हिसाब से 10 प्रतिशत अधिक है।
इस महीने मात्रा के लिहाज से खुदरा क्षेत्र सबसे आगे रहा। उसके बाद आईटी और बैंकिंग का स्थान रहा। दूसरी तरफ मूल्य के लिहाज से मीडिया एवं मनोरंजन, दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र आगे रहे।