नयी दिल्ली। अग्रणी मसाला कंपनी एमडीएच लिमिटेड ने अपना कारोबार दिग्गज एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) को बेचने की संभावना को खारिज किया है। मीडिया में आई कुछ खबरों में कहा गया था कि एमडीएच के प्रवर्तक अपना मसाला कारोबार एचयूएल को बेचने के सिलसिले में बात कर रहे हैं। एमडीएच ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक संदेश में इस तरह की खबरों को ‘पूरी तरह गलत, मनगढ़ंत और निराधार’ बताते हुए कहा कि लोगों को ऐसी अफवाहों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
एमडीएच के चेयरमैन राजीव गुलाटी ने अपने संदेश में कहा, ‘‘एमडीएच प्राइवेट लिमिटेड एक ऐसी विरासत है जिसे महाशय चिमीलाल जी और महाशय धर्मपाल जी ने पूरी जिंदगी आगे बढ़ाया। हम अपने पूरे दिल से इस विरासत को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ दैनिक उपभोग के उत्पाद बनाने वाली कंपनी एचयूएल ने भी एमडीएच के साथ बातचीत चलने से जुड़ी खबर पर कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम बाजार की अटकलों पर प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।’’ हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एचयूएल की एमडीएच में बहुलांश हिस्सेदारी की खरीद के लिए बातचीत चल रही है। इस सौदे का मूल्य 10,000 करोड़ रुपये से लेकर 15,000 करोड़ रुपये के बीच रहने की संभावना भी जताई गई थी। एफएमसीजी क्षेत्र की अन्य बड़ी कंपनियों आईटीसी और टाटा कंज्यूमर्स लिमिटेड ने पिछले कुछ समय में मसाला कारोबार में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। आईटीसी ने वर्ष 2020 में सनराइज फूड्स का 2,150 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था।