भारत से नेपाल घूमने या बिजनेस कराने जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब उनको भारतीय रुपया लेकर नेपाल जाने की जरूरत नहीं होगी। वह अपने यूपीआई से नेपाल में भी आसानी से पेमेंट कर पाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने शुक्रवार को कहा कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) अब पड़ोसी देश नेपाल में भी चलेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि UPI यूजर्स अब नेपाली व्यापारियों को क्यूआर कोड स्कैन करके भुगतान कर सकते हैं। पिछले साल सितंबर में एनपीसीआई अंतरराष्ट्रीय भुगतान (एनआईपीएल) और नेपाल के सबसे बड़े भुगतान नेटवर्क फोनेपे पेमेंट सर्विस के बीच एक समझौता हुआ था। इसके तहत ही पड़ोसी देश में यूपीआई से भुगतान शुरू हुआ है।
पर्यटन और कारोबार को बढ़ावा देगा
बयान में कहा गया कि अपने पहले चरण में भारतीय उपभोक्ता यूपीआई-सक्षम ऐप का इस्तेमाल करके नेपाल के विभिन्न व्यावसायिक दुकानों में तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यूपीआई भुगतान कर सकेंगे। फोनपे नेटवर्क में शामिल व्यापारी भारतीय ग्राहकों से यूपीआई भुगतान ले सकते हैं। एनआईपीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितेश शुक्ला ने कहा कि यह पहल न केवल डिजिटल भुगतान क्षेत्र में नवाचार करने की हमारी प्रतिबद्धता को, बल्कि व्यापार के लिए नए रास्ते बनाने और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए हमारे समर्पण को भी दर्शाती है। फोनेपे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दिवस कुमार ने कहा कि मुझे भरोसा है कि यह सीमा पार भुगतान समाधान दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों, वाणिज्य और पर्यटन में उल्लेखनीय सुधार करेगा।
कई देश दिखा रहे हैं रुचि
हाली ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को लेकर कई अन्य देश रुचि दिखा रहे हैं। हालांकि, दास ने उन देशों के नाम नहीं बताये, जिन्होंने लोकप्रिय यूपीआई को लेकर रुचि दिखायी है। उन्होंने भारत और मॉरीशस के बीच रुपे कार्ड और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सुविधा और भारत और श्रीलंका के बीच यूपीआई कनेक्टिविटी की जानकारी देते हुए यह बात कही। इस सुविधा के साथ, मॉरीशस जाने वाले भारतीय यात्री एक व्यापारी को वहां यूपीआई के जरिये भुगतान कर सकेंगे। इसी तरह, मॉरीशस के यात्री भी मॉरीशस के इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम (आईपीएस) ऐप का उपयोग कर यहां भुगतान कर सकेंगे।