रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से 28 फरवरी को वॉल्ट डिज्नी के साथ ज्वाइंट वेंचर का ऐलान किया गया है। माना जा रहा है कि दोनों कंपनियों की ओर से किए गए इस ज्वाइंट वेंचर का एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर काफी असर होगा। इस आर्टिकल में हम 10 प्वाइंट्स में दोनों कंपनियों के बीच हुए करार की मुख्य बातें बताने जा रहे हैं।
रिलायंस और डिज्नी के बीच हुए करार की 5 मुख्य बातें
- दोनों कंपनियों के नए ज्वाइंट वेंचर की वैल्यू 70,352 करोड़ रुपये आंकी गई है। नई कंपनी के कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए आरआईएल की ओर से 11,500 करोड़ का निवेश किया जाएगा
- इन नए ज्वाइंट वेंचर का 16.34 प्रतिशत हिस्सा आरआईएल और 46.82 प्रतिशत हिस्सा वायकॉम 18 के पास होगा। वहीं, 36.84 प्रतिशत हिस्सा डिज्नी के पास होगा।
- मर्जर के बाद नई कंपनी के कुल दर्शकों की संख्या 75 करोड़ से ज्यादा मानी जा रही है। जानकारों का मानना है कि इससे एंटरटेनमेंट मीडिया पर काफी असर है।
- मर्ज होकर बनी नई कंपनी की चेयरपर्सन नीता अंबानी होंगी। वहीं, वॉल्ट डिज्नी के एग्जीक्यूटिव उदय शंकर वाइस चेयरपर्सन के रूप में कार्यभार संभालेंगे। नए बोर्ड में कुल 10 सदस्य होंगे। इसमें 5 आरआईएल की ओर से, 3 डिज्नी की ओर से और दो स्वत्रंत डायरेक्टर होंगे।
- इस ज्वाइंट वेंचर में स्टार इंडिया के कारोबार की वैल्यू 28,000 करोड़ रुपये और वायोकॉम 18 के कारोबार की वैल्यू 32,000 करोड़ रुपये लगाई गई है। स्टार इंडिया के कारोबार की वैल्यू 2018 के मुकाबले काफी कम हो गई है। डिज्नी को बिक्री के दौरान इसकी स्टार इंडिया के कारोबार की वैल्यू 15 अरब डॉलर आंकी गई थी।