जरूरत पड़ने पर लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार पैसे लेते हैं। सैलरी मिलने और अन्य लोगों से जुगाड़ कर इस पैसे को वापस लौटा देते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बैंक से पर्सनल, होम या कार लोन लेते हैं। कितने रुपये तक लोन ले सकते अधिकतर मामले में या सैलरी के ऊपर डिपेंड करता है। लोग भी सैलरी के आधार पर ही एक निश्चित रकम को लोन के रूप में लेते हैं। लेकिन किसी वजह से नौकरी जाने या फिर सैलरी कम होने पर इस ईएमआई को पे करना मुश्किल होता है।
सैलरी के अनुसार कम करवाएं EMI
अगर आपके भी नौकरी चली गई है या फिर किसी वजह से पहले जितना कमाई नहीं कर पा रहे हैं तो आप एक आसान तरीका अपना सकते हैं। दरअसल सैलरी के अनुसार ईएमआई सेटलमेंट करवाना संभव है। इसके लिए आपने जिस बैंक से भी लोन लिया है वहां संपर्क करें। लोन अमाउंट के अनुसार अभी तक आपने जितना कर्ज चुका दिया है उसे अलग कर ईएमआई की रकम को कम करने के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इसके लिए कोई वैध डॉक्यूमेंट दिखाना जरूरी है।
लोन सेटलमेंट की भी है व्यवस्था
बैंक से रिक्वेस्ट करने के बावजूद भी अगर ईएमआई कम नहीं हो तो इसे एक बार में ही सेटलमेंट करवाने की भी प्रक्रिया है। दरअसल 3 बार समय पर ईएमआई पर नहीं कर पाने के कारण बैंक के अधिकारी आप पर एक्शन ले सकते हैं। ऐसी स्थिति आने से पहले ही उनसे सेटलमेंट के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं। इसके अनुसार आप किसी अन्य व्यक्ति से पैसे लेकर एक साथ लोन अमाउंट को बैंक में जमा कर इस ईएमआई से हमेशा के लिए छुटकारा पाना काफी आसान है।
इस तरह फिर से कर सकते हैं लोन के लिए अप्लाई
आमतौर पर लोग समय पर ईएमआई नहीं दे पाते हैं। इसकी वजह क्रेडिट स्कोर कम की संभावना रहती है। इससे बचने के लिए ही लोग ईएमआई की रकम को कम करवाते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे सैलरी के अनुसार पैसे बचत कर इसे पे कर बैंक से एनओसी ले सकते हैं। इसके अलावा सेटलमेंट करवाने के बाद भी एनओसी लिया जा सकता है। इसके आधार पर आप कभी भी दोबारा लोन ले सकेंगे।