सार्वजनिक क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में थोड़ा झटका लगा है। एलआईसी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 3.8 प्रतिशत घटकर 7,621 करोड़ रुपये रह गया। भाषा की खबर के मुताबिक, कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 7,925 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
शुद्ध प्रीमियम इनकम में गिरावट
इंश्योरेंस कंपनी ने नियामकीय फाइलिंग में कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इसकी शुद्ध प्रीमियम आय घटकर 1,19,901 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1,07,397 करोड़ रुपये थी। बीमा कंपनी की दूसरी आय पिछले साल की इसी तिमाही के 248 करोड़ रुपये से लगभग आधी घटकर 145 करोड़ रुपये रह गई। एलआईसी ने कहा कि सितंबर तिमाही में कुल आय बढ़कर 2,29,620 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 2,01,587 करोड़ रुपये थी।
सॉल्वेंसी रेशियो भी बढ़ा
खबर के मुताबिक, दूसरी तिमाही के दौरान कुल व्यय बढ़कर 2,22,366 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में यह 1,94,335 करोड़ रुपये था। 30 सितंबर, 2023 के आखिर में सॉल्वेंसी रेशियो 190 प्रतिशत से बढ़कर 198 प्रतिशत हो गया। इसी दौरान, सकल एनपीए पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के आखिर में 2.43 प्रतिशत से घटकर 1.72 प्रतिशत हो गया। बीमाकर्ता ने कहा कि सितंबर 2024 को खत्म पहली छमाही के लिए, एलआईसी ने 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 18,082 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जबकि 30 सितंबर, 2023 को खत्म छमाही के लिए यह 17,469 करोड़ रुपये था।
कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 61. 07 प्रतिशत
प्रथम वर्ष की प्रीमियम आय द्वारा मापी गई बाजार हिस्सेदारी के संदर्भ में, एलआईसी भारतीय जीवन बीमा व्यवसाय में 61. 07 प्रतिशत की समग्र बाजार हिस्सेदारी के साथ बाजार में अग्रणी बनी हुई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में यह 58. 50 प्रतिशत थी। कुल प्रीमियम आय 30 सितंबर 2023 को समाप्त छह महीने की अवधि के लिए 2,05,760 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 2,33,671 करोड़ रुपये हो गई, जो 13. 56 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती है।