Highlights
- लीबिया में सबसे बड़े तेल क्षेत्र अल-फील में उत्पादन बंद कर दिया गया है
- देश के दक्षिण इलाके में स्थित अल-फील क्षेत्र में जाकर उत्पादन रोक दिया
- नेशनल ऑयल कॉर्प के चेयरमैन मुस्तफा सनाल्लाह को बर्खास्त करने की भी मांग
काहिरा। रूस यूक्रेन युद्ध के चलते दुनिया इस समय कच्चे तेल की भयंकर किल्लत और महंगाई से जूझ रही है। इस बीच अफ्रीकी देश लीबिया से भी एक बुरी खबर आई है। लीबिया में सबसे बड़े तेल क्षेत्र अल-फील में उत्पादन बंद कर दिया गया है। देश में जारी राजनीतिक गतिरोध और हिंसा के बीच सरकारी तेल कंपनी ने उत्पादन बंद कर दिया है।
लीबिया की सरकारी तेल कंपनी ने रविवार को कहा कि राजनीतिक गतिरोध के कारण उसे अपने एक अहम तेल क्षेत्र को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। तेल कंपनी नेशनल ऑयल कॉर्प ने कहा कि लोगों के एक समूह ने शनिवार को देश के दक्षिण इलाके में स्थित अल-फील क्षेत्र में जाकर उत्पादन रोक दिया। लेकिन कंपनी ने यह नहीं बताया कि वे लोग कौन थे और क्या वे हथियारबंद भी थे?
हालांकि दक्षिण क्षेत्र के जनजातीय नेताओं ने एक वीडियो बयान में कहा है कि इस तेल क्षेत्र में उत्पादन उन्होंने ही बंद करवाया है। उन्होंने नेशनल ऑयल कॉर्प के चेयरमैन मुस्तफा सनाल्लाह को बर्खास्त करने की भी मांग की। उन्होंने लीबिया के तीन मुख्य क्षेत्रों में तेल राजस्व के निष्पक्ष वितरण की भी मांग की।
इसके साथ ही आदिवासी नेताओं ने मौजूदा प्रधानमंत्री अब्दुल हमीद दबीबा से सत्ता की बागडोर संसद द्वारा नियुक्त प्रधानमंत्री फाती बशागा को सौंपने की भी मांग रखी है। बीते दो महीने से लीबिया के विभिन्न गुटों में मतभेद गहरा गए हैं और सशस्त्र संघर्ष का अंदेशा भी बढ़ गया है। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि इस तेल क्षेत्र में उत्पादन ठप होने से लीबिया को कितने बैरल तेल का नुकसान उठाना पड़ेगा। लीबिया दैनिक स्तर पर करीब 1.2 अरब बैरल तेल का उत्पादन कर रहा था।