फेसबुक, गूगल और ट्विटर जैसी अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनियों में मचे कोहराम से भारत में भी इसके प्रभावित होने और रोजगार छिनने को लेकर आशंका जताई जाने लगी है। लेकिन विशेषज्ञ ऐसा नहीं मानते। जानकारों का कहना है कि अमेरिका में छंटनी से भारत में युवाओं के लिए बेहतर मौके तैयार होंगे और भारत आने वाले वक्त में नया टैलेंट हब बनकर सामने आएगा।
अमेरिका की एक कंपनी ग्लोबललॉजिक के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नीतेश बंगा का कहना है कि वहां बड़ी कंपनियों में छंटनी किए जाने से भारत में भारी संख्या में काम बढ़ सकता है और देश का सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र नरमी के बीच महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए तैयार है। बंगा ने कहा कि कंपनी भारत में प्रतिभाशाली लोगों को तलाश रही है और प्रतिवर्ष अपने कर्मियों की संख्या 25-35 प्रतिशत बढ़ाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारी मात्रा में छंटनी होने के बावजूद भारत अब और नरमी का सामान नहीं करने वाला है।
अमेरिका की जगह भारत देगा जॉब
बंगा ने कहा, “अगर गूगल, ट्विटर या फेसबुक या इनमें से कोई भी ग्राहक वास्तव में अमेरिका में लोगों को नौकरी से निकालता है, तो ऐसा नहीं है कि उन्हें उत्पाद बनाने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें तब भी काम करना होगा और मुझे विश्वास है कि उस काम का बड़ा भाग भारत पहुंच जाएगा, क्योंकि उन्हें अभी भी अपना काम कराने के लिए प्रतिभाओं की जरूरत होगी। हालांकि कंपनियां अब कम खर्च में यह करना चाहेंगी।”
50 प्रतिशत भर्तियां भारत से
बंगा ने कहा, “हम एक महीने में लगभग 1,000 लोगों को भर्ती करते हैं। उनमें से 50 फीसदी भारत में नियुक्त करते हैं। हम प्रतिवर्ष इस संख्या में 25-35 प्रतिशत की वृद्धि करेंगे।” बता दें कि बीते साल नवंबर से ही दिग्गज आईटी कंपनियां लगातार लोगों को नौकरियों से निकाल रही हैं।