Real Estate News : यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के पास की जमीनों की कीमतें पिछले 5 साल में 450 फीसदी बढ़ गई हैं। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे के पास फ्लैट्स सहित दूसरी प्रॉपर्टीज के दाम 170 फीसदी बढ़ गये हैं। गीतांजली हाउसमेट्स की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। जमीन और प्रॉपर्टी की कीमतों में आए इस जबरदस्त उछाल से यमुना एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर एरिया में इन्वेस्टमेंट का एक प्रमुख स्थान बन गया है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 से यहां प्रॉपर्टीज की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। उस समय यमुना एक्सप्रेसवे पर फ्लैट या अपार्टमेंट की औसत लागत 2,800 से 3,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के बीच थी। वहीं, जमीन या प्लॉट की कीमतें 1,200-1,300 रुपये प्रति वर्ग फुट के आसपास थीं। साल 2020 में COVID-19 महामारी के बावजूद, प्रॉपर्टीज की कीमतों में मामूली वृद्धि दिखाई दी। अपार्टमेंट की कीमतें औसतन 3,200-3,300 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं, जबकि जमीन की कीमतें 1,250-1,300 रुपये प्रति वर्ग फुट पर स्थिर रहीं।
महामारी के बाद आया तेज उछाल
साल 2021 तक महामारी का प्रकोप कम होने और बढ़ती उपनगरीय रुचि के चलते बाजार में सुधार शुरू हुआ। प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़कर 3,400-3,600 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं और जमीन की कीमतें 2,000-2,200 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं। साल
2022 में यमुना एक्सप्रेसवे एरिया में प्रॉपर्टी की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी। प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़कर 3,600-3,800 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। जबकि जमीन की कीमतें लगभग दोगुनी बढ़कर 3,400-3,600 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। इस वर्ष निवेशकों और घर खरीदारों दोनों की तरफ से इस एरिया के लिए भारी मांग देखी गई।
इसलिए बढ़ रही कीमतें
साल 2023 में भी कीमतों में वृद्धि जारी रही। अपार्टमेंट की कीमतें बढ़कर 4,900-5,100 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं और जमीन की कीमतें बढ़कर 5,900-6,100 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। आगामी जेवर हवाई अड्डा, नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विस्तार और दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे (DMIC) के माध्यम से बेहतर कनेक्टिविटी जैसे प्रमुख विकास इस उल्लेखनीय वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
अभी क्या हैं भाव
रिपोर्ट बताती है कि साल 2024 तक यमुना एक्सप्रेसवे के पास प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़कर 7,900-8,100 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। जबकि जमीन की कीमतें अब औसतन 6,900-7,100 रुपये प्रति वर्ग फुट के बीच हैं। यह पिछले पांच वर्षों में अपार्टमेंट की कीमतों में 170% की वृद्धि और जमीन की कीमतों में 450% की भारी वृद्धि दिखाता है। इससे यमुना एक्सप्रेसवे भारत का सबसे तेजी से बढ़ता रियल एस्टेट कॉरिडोर बन गया है।