वित्तीय समावेशन के लिए मोदी सरकार ने 2014 में देशभर में करोड़ों लोगों का जनधन खाता खोलने की शुरुआत की थी। अब भी यह प्रक्रिया चल ही रही हैं। हालांकि, अब इसको लेकर बड़ी खबर सामने आई है। मंगलवार को राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने एक लिखित जवाब में कहा कि देश में लगभग 47.57 करोड़ जन धन खाते 30 नवंबर तक खोले गए हैं, जिनमें से 38.19 करोड़ चालू हैं, जबकि 10.79 लाख डुप्लीकेट हैं। यानी लाखों की संख्या में खाते गलत तरीके से खोले गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में सरकार इस पर कार्रवाई शुरू कर सकती है। जिन लोगों ने गलत तरीके से एक से अधिक खाता खोला है उनपर कार्रवाई हो सकती है। ऐसे में समय रहते उन खातों को बंद करा देना सही होगा।
4.44 करोड़ खाताधारकों ने रूपे कार्ड को रिन्यू नहीं किया
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) दिशानिर्देशों में जन धन खाताधारकों को रूपे डेबिट कार्ड जारी करने और बैंक द्वारा जन धन खाता धारकों को रुपे डेबिट कार्ड जारी करने की एक सतत प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि बैंकों द्वारा सूचित किया गया है, 19.90 करोड़ खाताधारक ऐसे हैं जिनके पास कार्यात्मक डेबिट कार्ड नहीं हैं और 4.44 करोड़ खाताधारकों ने अपने पीएमजेडीवाई रूपे कार्ड को रिन्यू नहीं किया है। आरबीआई ने फायनेंशियल लिटरेसी सेंटर्स (एफएलसी) और बैंकों की ग्रामीण शाखाओं को जिला/पंचायत या ग्राम स्तर पर जमीनी स्तर के हितधारकों के सहयोग से ग्राहकों के लिए बाहरी वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित करने की सलाह दी है। आरबीआई महिलाओं सहित किसानों, छोटे उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों, वरिष्ठ नागरिकों आदि जैसे लक्षित दर्शकों के लिए विशिष्ट शिविर भी आयोजित करता है।
जन धन खाते के क्या हैं फायदे
मोदी सरकार ने समाज के निचले तबके को बैंकिंग सेवा से जोड़ने के लिए जन धन खाते खोलने की शुरुआत की थी। इस खाते के तहत साथ में 1 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है। साथ में 30,000 रुपए का जनरल इंश्योरेंस दिया जाता है। इसकी खास बात यह है कि इसमें मिनिमम बैलेंस रखने का कोई झंझट नहीं है। यानी जीरो बैलेंस होने पर पर बैंक चार्ज नहीं वसूलते हैं। साथ ही 10 हजार रुपए तक ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी दी जाती है। कैश निकालने और शॉपिंग के लिए रुपे कार्ड जारी किया जाता है। इसको खुलावने के लिए बैंक में कोई रकम जमा नहीं करनी होती है।