कोटक महिंद्रा बैंक का स्टैंड एलोन बेसिस पर मुनाफा चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में पांच प्रतिशत बढ़कर 3,344 करोड़ रुपये रहा है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में वित्तीय कंपनी का मुनाफा 3,191 करोड़ रुपये रहा था। कोटक महिंद्रा बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी कुल आमदनी सितंबर तिमाही में बढ़कर 15,900 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 13,507 करोड़ रुपये थी। बैंक की ब्याज आय समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 13,216 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 11,193 करोड़ रुपये थी। शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 11 प्रतिशत बढ़कर 7,020 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 6,297 करोड़ रुपये थी।
ब्याज मार्जिन में आई गिरावट
हालांकि, शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) घटकर 4.91 प्रतिशत रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत में 5.22 प्रतिशत था। सितंबर, 2024 के अंत तक बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर सकल ऋण का 1.49 प्रतिशत हो गई, जो एक साल पहले इसी समय 1.72 प्रतिशत थीं। हालांकि शुद्ध एनपीए या खराब कर्ज बढ़कर 0.43 प्रतिशत हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत में 0.37 प्रतिशत था।
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के शुद्ध लाभ में उछाल
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का मुनाफा वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 20.2% बढ़कर 694 करोड़ रुपये रहा। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम इनकम (जीडीपीआई) वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (H1 FY2025) में सालाना आधार पर 15.5 फीसदी बढ़कर 144.09 बिलियन (14409 करोड़ रुपये) रही है, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही (H1 FY2024) में यह 124.72 बिलियन (12472 करोड़ रुपये) थी। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर, कंपनी की जीडीपीआई ग्रोथ 15 फीसदी रही। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के लिए कंपनी का कंबाइंड रेश्यो 103.2 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही के लिए यह 103.8 फीसदी था। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 0.94 बिलियन रुपये (94 करोड़ रुपये) और वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में 0.83 बिलियन रुपये (83 करोड़ रुपये) के कैट घाटे के प्रभाव को छोड़कर, कंबाइंड रेश्यो 102.2 फीसदी और 102.7 फीसदी था।