भारत के लिए 2023 का साल बेहद अहम होने जा रहा है। अभी हाल ही में इंडोनेशिया के बाली में हुई जी20 समिट में भारत को दुनिया के इस सबसे महत्वपूर्ण संगठन की मेजबानी मिली है। अगले साल यानि 26 नवंबर 2023 को भारत जी20 समिट की मेजबानी करेगा। इस समिट में अमेरिका चीन जैसी दुनिया की महाशक्तियों के साथ ही 19 देश और यूरोपियन यूनियन हिस्सा लेंगे।
हैवलॉक द्वीप करेगा मेजबानी
भारत की अध्यक्षता में होने जा रही जी20 की बहुप्रतीक्षित बैठकों में से एक के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह बैठक अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में 26 नवंबर को होगी। बैठक का आयोजन हैवलॉक द्वीप के नाम से मशहूर 'स्वराज द्वीप' में किया जाएगा। यह स्थान पोर्ट ब्लेयर से समुद्र के रास्ते लगभग ढाई घंटे की दूरी पर है और यहां सरकारी जहाजों और निजी पोत के जरिए पहुंचा जा सकता है। सूत्रों ने अनुसार, प्रतिनिधि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अपने प्रवास के दौरान सेलुलर जेल का दौरा भी करेंगे।
क्यों चुना गया हैवलॉक द्वीप
सूत्रों ने कहा कि प्रतिनिधि 25 नवंबर को एक चार्टर्ड विमान से पोर्ट ब्लेयर पहुंचेंगे और बैठक अगले दिन होगी। उनके 27 नवंबर को प्रस्थान करने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि नयी दिल्ली में जी20 सचिवालय ने 'स्वराज द्वीप' की लोकप्रियता और प्राकृतिक सुंदरता को देखते हुए एक बैठक यहां आयोजित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक नृत्य और संगीत से युक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला मेहमानों के लिए तैयार की गई है। इसके अलावा उन्हें स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन भी परोसे जाएंगे।
जी 20 समूह क्या है?
जी-20 दुनिया के सबसे ताकतवर समूहों में से एक है। दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं इस ग्रुप की सदस्य हैं। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। कारोबारी लिहाज से कहें तो यह संगठन दुनिया के 80 प्रतिशत कारोबार पर अधिकार रखता है।