Surplus Budget: केंद्रीय बजट-2023 के पेश में होने कुछ ही दिन बचे हैं, वहीं केंद्रीय बजट किसी वित्तीय वर्ष में होने वाली आमदनी और खर्चो से जुड़ा होता है। इसके साथ ही देश के वित्तमंत्री द्वारा प्रस्तुत सरकार के खातों का एक वार्षिक वित्तीय विवरण बजट कहलाता है। वहीं बजट कई तरह के होते हैं, जिसमें से संतुलित बजट, अधिशेष बजट, घाटे का बजट आदि सम्मिलित होते हैं। आज हम आपको सरप्लस यानि अधिशेष बजट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
क्या है अधिशेष बजट (सरप्लस बजट)
किसी बजट को अधिशेष या सरप्लस बजट तब कहा जाता है, जब किसी वित्तीय वर्ष में इनकम आय अनुमानित आय से अधिक होती है। वहीं इस बजट के जरिये यह प्रदर्शित होता है, सरकार की टैक्स से होने वाली इनकम सरकार द्वारा लोक कल्याण पर खर्च किये गये धन से अधिक है। मान लीजिये सरकार के पास अधिक धन उपलब्ध है तो वह इसे विभिन्न क्षेत्रों में खर्च कर सकती है, जिसमें शिक्षा, सामाजिक कार्यक्रम, रक्षा आदि क्षेत्र शामिल हो सकते हैं।
यह है सरप्लस बजट होने की प्रक्रिया
वहीं सरप्लस बजट तब माना जाता है, जब कमाई या धन प्राप्ति व्यय या लागत से अधिक हो, वहीं सरप्लस बजट के जरिये ही सरकार के वित्तीय स्वास्थ्य का बेहतरी से पता लगता है। वहीं आज के समय में सरप्लस यानि अधिशेष बजट की जगह बचत शब्द का उपयोग होता है, वहीं सरप्लस के जरिये ही पता लगता है कि सरकार सफलतापूर्वक वित्तीय प्रबंधन किये हुये है।
इन जगहों पर होता है सरप्लस बजट का उपयोग
अगर देश में महंगाई ज्यादा है तो इस समय डिमांड को कम करने के लिये इस बजट को किसी समय लागू किया जा सकता है, वहीं सरप्लस बजट मंदी के समय कारगर नहीं होता है। दूसरी ओर सरकार के पास पैसा अधिक होता है, तो वह इस अतिरिक्त पैसे का इस्तेमाल सार्वजनिक क्षेत्र के कर्ज को चुकाने के लिये सकती है।