Mediclaim Policy Renewal: मेडीक्लेम पॉलिसी हम सबके लिए अहम मायने रखती है, क्योंकि यह आपात स्थिति में हमारे मेडिकल खर्चो का ध्यान बेहतरी से रखती है। वहीं मेडीक्लेम पॉलिसी के अंतर्गत दुर्घटना या बीमारी होने पर अस्पताल का खर्च उठाना आदि आता है। वहीं मेडीक्लेम पॉलिसी लेने के बाद हमें इसे रिन्यू भी कराना होता है, वहीं रिन्यू कराने के दौरान ही कुछ लोग छोटी-छोटी गलतियां कर जाते हैं, जिनका पछतावा उन्हें बाद में होता है। वहीं आज हम आपको मेडीक्लेम पॉलिसी यानी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के रिन्युअल से जुड़ी अहम बातों के बारे में बतलाने जा रहें हैं।
समय पर कराएं अपनी मेडीक्लेम पॉलिसी का रिन्युअल
हमें अपनी मेडीक्लेम पॉलिसी के रिन्युअल का समय बेहतर ढंग से याद होना चाहिए, क्योंकि अगर हम इसमें चूक करेंगे तो हमारे कई नुकसान होंगे। जहां समय रहते मेडीक्लेम पॉलिसी का रिन्युअल अगर हम नहीं कराते हैं तो इससे पॉलिसी समाप्त हो जाएगी, इसके साथ ही इससे जुड़े कवर के बेनिफिट भी हमें आगे नहीं मिलेंगे। ऐसे में हमें मेडीक्लेम पॉलिसी के रिन्युअल का समय ध्यान में रखना चाहिए।
मेडीक्लेम पॉलिसी रिन्यू कराते समय इस चीज को न छिपाएं
अगर आपने मेडीक्लेम पॉलिसी ले रखी है, वहीं इसी दौरान आपको स्वयं में किसी नयी बीमारी का पता लगता है तो इस बात का उल्लेख आप मेडीक्लेम पॉलिसी के रिन्युअल के दौरान करें। वहीं अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो बाद में आपकी ही परेशानियां बढ़ सकती हैं, ऐसे में इस अहम बात को आप मेडीक्लेम पॉलिसी के रिन्युअल के दौरान न भूलें।
समय पर बढ़ाये इंश्योर्ड वैल्यू
बता दें कि रिन्युअल के समय ही आप मेडीक्लेम पॉलिसी के इंश्योर्ड वैल्यू को बढ़ा सकते हैं, क्योंकि जिस समय आपने मेडीक्लेम पॉलिसी ली थी उस समय इलाज की लागत और अन्य खर्चे कम हो सकते है। वहीं समय बीतने के साथ ही मेडिकल जरूरत और ट्रीटमेंट की लागत बढ़ जाती है, ऐसे में आपने मेडीक्लेम पॉलिसी जिस राशि पर ली होगी वह आगे नाकाफी साबित हो सकती है। ऐसे में आगे के भविष्य को देखकर हम समय पर इंश्योर्ड वैल्यू को बढ़ा लें।