Cash Budget: आम बजट- 2023 को आने में कुछ ही दिन शेष हैं, जहां 1 फरवरी, 2023 को देश का आम बजट वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जायेगा। वहीं बजट को लेकर हमारे मन में कई तरह के कौतुहल रहते हैं, क्योंकि बजट को कई श्रेणियों में विभाजित किया गया है, ऐसे में बजट को समझने में हमें थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको कैश बजट यानि नकद बजट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं, जो बजट को समझने में आपके लिये काफी मददगार होगी।
यह है कैश यानि नकद बजट
नकद बजट या कैश बजट को एक अवधि में अपेक्षित नकद प्राप्तियों, वितरण या योजना के रूप में जाना जाता है। नकद बजट एक फर्म की भविष्य की नकद स्थिति का अनुमान होता है, जो फर्म की नकदी प्राप्ति, अलग अलग उद्देश्यों के लिये नकदी वितरण आदि का अनुमान प्रदर्शित करता है। इसके साथ ही नकद बजट में आय और गैर आय स्त्रोतों सहित नकदी के सभी प्रवाह सम्मिलित होते हैं।
यह है कैश बजट का मुख्य कार्य
नकद बजट को कंपनी की नकद स्थिति का अनुमानित प्रक्षेपण माना जाता है, जो नकदी के आंदोलन को दर्शाता है। वहीं यह आय विवरण के साथ सभी स्त्रोतों का खाता विवरण प्रस्तुत करता है। जो यह दिखलाता है कि कितना खर्च हुआ, कितना लाभ हुआ और कितना नकद अर्जित होने की उम्मीद है भविष्य में।
ऐसे कार्य करता है कैश बजट यानि नकद बजट
एक कंपनी का प्रबंधन आम तौर पर खरीद, बिक्री के लिये बजट का प्रबंधन पहले ही कर चुके होते हैं, जहां पूंजी व्यय पहले ही तय हो चुका होता है। वहीं नकद बजट को बनाने से पहले इससे जुड़े बजट को बनाने की जरूरत होती है, ताकि यह अनुमान लगाया जा सके कि नकदी कैसे प्रभावित होने वाली है। उदाहरण के तौर पर किसी कंपनी का प्रबंधन एक अवधि के दौरान एकत्र की जाने वाली नकदी की मात्रा की भविष्यवाणी करने से पहले बिक्री का अनुमान लगाता है।