जेएसडब्ल्यू समूह की कंपनी JSW Cement उत्तर भारतीय बाजारों में जोरदारी एंट्री की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी ने इसके लिए राजस्थान के नागौर जिले में एक ग्रीनफील्ड, इंटीग्रेटेड सीमेंट विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। जेएसडब्ल्यू सीमेंट की ओर से नई सीमेंट सुविधा में किए जाने वाले निवेश में 3.30 एमटीपीए तक की क्लिंकराइजेशन यूनिट और 2.50 एमटीपीए तक की ग्राइंडिंग यूनिट के साथ-साथ 18 मेगावाट वेस्ट हीट रिकवरी बेस्ड बिजली संयंत्र भी शामिल है।
इक्विटी और लोन से जुटाई जाएगी पूंजी
खदान से विनिर्माण संयंत्र तक चूना पत्थर पहुंचाने के लिए 7 किमी लंबा ओवरलैंड बेल्ट कन्वेयर और भट्ठी में वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करने की व्यवस्था भी इस निवेश का हिस्सा है। प्रस्तावित निवेश के लिए यह राशि इक्विटी और दीर्घकालिक ऋण के माध्यम से जुटाई जाएगी। एसडब्ल्यू सीमेंट को पहले ही कुछ नियामक और वैधानिक मंजूरी मिल चुकी है और वह अन्य जरूरी मंजूरियां हासिल करने की राह पर है। एक बार चालू होने के बाद, यह इकाई उत्तर भारत के महत्वपूर्ण सीमेंट बाजार में जेएसडब्ल्यू सीमेंट के प्रवेश का प्रतीक होगी। वर्तमान निवेश से 1,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
उत्तर भारत का बाजार तेजी से बढ़ रहा
जेएसडब्ल्यू सीमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर पार्थ जिंदल के अनुसार, ?यह निवेश हमारे सीमेंट व्यवसाय के माध्यम से राजस्थान में किए जा रहे सबसे महत्वपूर्ण निवेशों में से एक है। हम इस क्षेत्र में पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ-साथ राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए राजस्थान सरकार के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक हूं। इस क्षेत्र में नई क्षमता हमें उत्तरी राज्यों राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और एनसीआर क्षेत्र में अपने ग्राहकों की प्रचुर जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाएगी।’’ जेएसडब्ल्यू सीमेंट के सीईओ नीलेश नार्वेकर ने कहा कि यह निवेश उत्तर भारत के तेजी से बढ़ते और आकर्षक सीमेंट बाजारों में हमारे प्रवेश का प्रतीक होगा। इन राज्यों में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सबसे अधिक है और यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में और मकान निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण विकास देखा जा रहा है।