अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्विटर का अधिग्रहण करने के लिए एलन मस्क की आलोचना करते हुए कहा कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म 'दुनिया भर में झूठ' फैलाता है। फॉक्स बिजनेस की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन ने इलिनोइस डेमोक्रेटिक रिप्रेजेंटेटिव लॉरेन अंडरवुड और सीन कास्टेन के लिए फंडरेसिंग इवेंट के दौरान ये टिप्पणियां की।
उन्होंने कहा, "हम सभी इस बारे में चिंतित हैं कि एलन मस्क ने एक ऐसा संगठन (ट्विटर) खरीदा है, जो दुनियाभर में झूठ फैलाता है। अमेरिका में अब कोई एडिटर नहीं है। हम कैसे उम्मीद करें कि बच्चे यह समझने में सक्षम होंगे कि दांव पर क्या लगा है?" इस बीच, 40 से अधिक संगठनों के एक समूह ने ट्विटर के शीर्ष 20 सबसे बड़े विज्ञापनदाताओं को कंपनी के वित्तपोषण को रोकने के लिए एक खुला पत्र भेजा है, जिसमें दावा किया गया है कि मंच 'नफरत और दुष्प्रचार से भरा हुआ है।'
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ट्विटर पर वापस लाने के आह्वान के बीच, मस्क ने एक कंटेंट मॉडरेशन काउंसिल बनाने की योजना की घोषणा की है। टेस्ला के सीईओ ने कहा कि ट्विटर किसी ऐसे व्यक्ति को अनुमति नहीं देगा, जिसे इसके नियमों का उल्लंघन करने के लिए 'प्लेटफॉर्म पर वापस आने तक' अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि हमारे पास ऐसा करने के लिए एक स्पष्ट प्रक्रिया न हो, जिसमें कम से कम कुछ और सप्ताह लगेंगे।
उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया, "ट्विटर किसी भी चीज के बारे में सटीक जानकारी को सेंसर नहीं करेगा।" 8 नवंबर के मध्यावधि चुनाव से ठीक पहले प्रमुख सामग्री मॉडरेशन टीमों को हटाने के साथ-साथ मस्क ने ट्विटर के आधे कर्मचारियों को निकाल दिया है। उन्होंने ने कहा कि इसकी 'मुख्य मॉडरेशन क्षमताएं' अभी भी मौजूद हैं।
मस्क ने पिछले सात दिनों में जो बदलाव किए हैं उनपर एक नजर डालते हैं:
1) छंटनी: मस्क ने आते ही सबसे पहला प्रहार टॉप मैनेजमेंट पर किया। सीईओ पराग अग्रवाल, सीएफओ नेड सहगल, कानूनी मामलों और नीति प्रमुख विजया गड्डे सहित शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया गया। इसके अलावा कंपनी छंटनी करते हुए करीब आधे वर्कफोर्स यानि लगभग 3,700 कर्मचारियों को निकाल रही है। जिसकी शुरुआत 4 नवंबर को हो चुकी है।
2) ब्लू टिक के लिए 8 डॉलर: ट्विटर अभी तक अपने यूजर्स को ब्लू टिक प्रदान करता रहा है। लेकिन अब टिक ब्लू के लिए $8 का शुल्क लेगा, जिसमें ब्लू टिक वेरिफिकेशन, उत्तरों के वेरिफिकेशन, मेंशन और सर्च शामिल है। यानि इन सभी काम के लिए भी पैसे चुकाने होंगे। इसके अलावा ब्लू टिक यूजर के पास ही लंबे वीडियो और ऑडियो पोस्ट करने की अनुमति होगी। इसकी मदद से मस्क चाहते हैं कि कंपनी विज्ञापनदाताओं पर निर्भर नहीं रहे।
3) विज्ञापनदाता: कॉर्पोरेट विज्ञापनदाताओं के समूह ने पूरे एक महीने के लिए ट्विटर से दूरी बना ली है। यानि वे ट्विटर को विज्ञापन नहीं देंगे। इसमें दिग्गज अमेरिकी कंपनियां जनरल मोटर्स, जनरल मिल्स, ऑडी ऑफ अमेरिका, ओरियो निर्माता मोंडेलेज इंटरनेशनल, फाइजर इंक और फोर्ड जैसे नाम प्रमुख हैं। इसके अलावा कई विज्ञापनदाताओं ने ट्विटर पर विज्ञापन देना बंद कर दिया है। मस्क के पिछले हफ्ते कंपनी संभालने और कंटेंट मॉडरेशन सहित व्यापक बदलावों की शुरुआत करने के बाद कंपनियों पर यह तय करने का दबाव बढ़ रहा है कि क्या ट्विटर पर खर्च करना जारी रखा जाए।
4) कंटेंट मॉडरेशन: एलन मस्क ने कहा है कि कंपनी "व्यापक रूप से विविध दृष्टिकोण" के साथ एक कंटेंट मॉडरेशन काउंसिल की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा था कि कंटेंट संबंधी सभी मुख्य निर्णयों के लिए काउंसिल जवाबदेह होगी और उस काउंसिल के बुलाने से पहले कोई अकाउंट सस्पेंशन से बाहर नहीं आएगा।
5) पे पर व्यू: द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क यूजर्स को पेवॉल के पीछे वीडियो कंटेंट पोस्ट करने की अनुमति देने के लिए एक विकल्प तलाश रहे हैं। दूसरे शब्दों में, वीडियो फीचर ट्विटर एक ऐसे फीचर पर काम कर रहा था जो लोगों को वीडियो पोस्ट करने और यूजर्स को उन्हें देखने के लिए चार्ज करेगी।
6) होमपेज: वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार टेस्ला प्रमुख ने अनुरोध किया कि होमपेज ट्विटर की साइट पर लॉग आउट करने वाले यूजर्स को एक्सप्लोर पेज पर रिडायरेक्ट किया जाए।
7) वाइन की वापसी: मस्क ने ट्विटर पर एक पोल डाला और लोगों से पूछा कि क्या उन्हें वाइन वापस लानी चाहिए। दरअसल वाइन ट्विटर की एक वीडियो सेवा थी, जिसे ट्विटर ने 2012 में खरीदा था लेकिन 2016 में बंद कर दिया। भाग लेने वाले लगभग 50 लाख लोगों में से 70% ने "हाँ" कहा। उन्होंने ट्विटर इंजीनियरों को एक वाइन को वापस लाने पर काम करने का निर्देश दिया है जो साल के अंत तक तैयार हो सकता है। यह फीचर इंस्टाग्राम से मुकाबला कर सकता है।