
नीति आयोग के सदस्य डॉ.अरविंद विरमानी ने कहा है कि देश में नौकरियां तो बढ़ रही हैं, लेकिन 7 साल में सैलरी महंगाई के हिसाब से नहीं बढ़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि नौकरी और कौशल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, आप में हुनर है तो उससे नौकरी मिलना आसान हो जाता है। विरमानी के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या के मामले में हमारे पास अवसर है, उसका लाभ उठाने की जरूरत है और इसके लिए शिक्षण और प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, पीएलएफएस (आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण) आंकड़ों के अनुसार, पिछले सात साल में कामगार-जनसंख्या अनुपात साफ तौर पर बढ़ रहा है। इसका मतलब है कि नौकरियों की संख्या जनसंख्या वृद्धि के मुकाबले अधिक बढ़ रही हैं। इसमें उतार-चढ़ाव भी है लेकिन जो रुख है, वह बताता है कि नौकरियां बढ़ रही है।
स्किल बढ़ने पर बढ़ता है वेतन
नीति आयोग के सदस्य के अनुसार, यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि कौशल जब बढ़ता है, उत्पादकता बढ़ती है, और वास्तविक वेतन बढ़ता है। यह भारत में भी होता है और दुनिया में भी होता है। हम यह सोचते हैं कि हम जो काम कर रहे हैं, वहीं करते रहें और वेतन बढ़ेगा, यह ठीक नहीं है। अत: स्किलिंग (कौशल विकास) बहुत जरूरी है। और जो काम कर रहे हैं केवल उनके लिए ही नहीं बल्कि जो नये लोग आ रहे हैं, उनमें भी कौशल विकास की जरूरत है। विरमानी ने कहा, हमने जो विश्लेषण किया है, उसके अनुसार शिक्षा के हर स्तर पर कौशल विकास की जरूरत है। कई बच्चे बीच में पढ़ाई छोड़ देते हैं, उनके लिए उसी हिसाब से कौशल विकसित करने की जरूरत है। ऐसा नहीं है कि सभी को एआई (कृत्रिम मेधा) या इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर बनने के लिए ही कौशल की जरूरत है। हमें उन बच्चों के बारे में भी सोचना है जो बीच में पढ़ाई छोड़ते हैं।
एजुकेशन सिस्टम और स्किल में सुधार करना होगा
विरमानी के अनुसार, प्रमुख समस्या गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल की कमी है। हर स्तर, निचले, मध्यम और उच्चस्तर पर कौशल में सुधार करना होगा। हमें हर तरह की नौकरियों के लिए कौशल की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘नौकरी और कौशल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। आप में हुनर है तो उससे नौकरी मिलना आसान हो जाता है। यह समझने की जरूरत है।’’ एक अन्य सवाल के जवाब में विरमानी ने कहा, विकसित भारत के लिए हर जगह सुधार की जरूरत है। हमें अवसर देखने चाहिए और उसका उपयोग करना चाहिए। ग्लोबल डेमोग्राफिक (वैश्विक जनसंख्या) के स्तर पर जो हमारे पास अवसर हैं, उनका लाभ उठाने की जरूरत है। इसके लिए शिक्षा के साथ शिक्षण और प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार महत्वपूर्ण है। यहां पर ध्यान देने की जरूरत है, जिससे हम उच्च आय के स्तर पर पहुंचे। इसी प्रकार आपूर्ति श्रृंखला है, जिसपर काम करने की जरूरत है।