देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज(टीसीएस) ने दिसंबर 2022 की तिमाही में कुल कर्मियों की संख्या में गिरावट आने के बावजूद कहा है कि वह वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 1.50 लाख लोगों को नौकरी देगी। सॉफ्टवेयर कंपनी के कर्मचारियों की संख्या अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 2,197 घटकर 6.13 लाख हो गई। कंपनी के मुख्य कार्यपालक और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा,अगर आप भर्तियों के हमारे कुल रुझान को देखेंगे तो हम लगभग समान स्तर पर भर्तियां कर रहे हैं। हमें अगले वित्त वर्ष में 1,25,000 से 1,50,000 तक लोग भर्ती करने चाहिए।
पिछले साल से अधिक जॉब देने की योजना
वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 1.03 लाख नए लोगों को नौकरी दी और अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में 2,197 लोगों के कम हो जाने के बावजूद वित्त वर्ष 2023 में अभी तक शुद्ध रूप से लगभग 55,000 लोगों को भर्ती कर चुकी है। कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में अभी तक 42,000 नए लोगों को भर्ती कर चुके हैं।
मंदी की आशंका के बीच बेहतर रिजल्ट
अमेरिका समेत यूरोपीय देशों में मंदी की आशंका के बीच टीसीएस का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 11 प्रतिशत बढ़कर 10,846 करोड़ रुपये रहा। हालांकि कंपनी का लाभ मार्जिन घटा है लेकिन भविष्य के सौदे को लेकर कंपनी काफी आशान्वित है। कंपनी के निदेशक मंडल ने 75 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की भी सिफारिश की है। इसमें 67 रुपये प्रति शेयर का विशेष लाभांश शामिल है। इसके लिए कंपनी को 33,000 करोड़ रुपये भुगतान करने होंगे। तीसरी तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व भी 19.1 प्रतिशत बढ़कर 58,229 करोड़ रुपये हो गया। अक्टूबर-दिसंबर 2021 की अवधि में यह 48,885 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि इस अवधि में कंपनी का परिचालन लाभ मार्जिन 0.50 प्रतिशत घटकर 24.5 प्रतिशत पर आ गया। इससे कंपनी बड़े पैमाने पर नई नियुक्ति करने जा रही है।