Economic Slowdown: क्या एक बार फिर से दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है? दुनियाभर के देशों में आसमान छूती महंगाई, कच्चे तेल में उबाल, जरूरी समानों की सुस्त मांग, बढ़ता वैश्विक तनाव और महंगा होता कर्ज तो कुछ इसी ओर इशारा कर रहे हैं। हाल के दिनों में जिस तरह से महंगाई ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लिया है और उससे विकास की रफ्तार धीमी हुई यह अच्छे संकेत तो नहीं हो सकते। हमारे अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के आर्थिक हालात किसी से छिपे नहीं हैं। श्रीलंका दिवालिया हो गया है और पाकिस्तान उसी के रास्ते पर है। अर्थशास्त्रियों की माने तो कोरोना ने 2008 की आर्थिक मंदी से बुरे हालात पैदा कर दिए हैं। ऐसे में समय रहते अगर चेता नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम उठाने होंगे। भाारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा। हालात, यहां भी बहुत अच्छे नहीं है।