IPO इतिहास के सभी पुराने रिकॉर्ड टूटने वाले हैं। दरअसल, दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी सऊदी अरामको अपनी सब्सिडियरी कंपनी 'अरामको ट्रेडिंग कंपनी' (Aramco Trading Company) की आईपीओ लाने जा रही है। माना जा रहा है कि यह आईपीओ इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। मिली जानकारी के मुताबिक, इस आईपीओ का साइज 30 अरब डॉलर (भारतीय मुद्रा में 2.32 लाख करोड़ रुपये) होगा। गौरतलब है कि हाल ही में आई देश के सबसे बड़े एलआईसी के आईपीओ का साइज 21,000 करोड़ रुपये था। कंपनी ने इस भारी-भरकम आईपीओ को लिस्टिंग कराने के लिए गोल्डमैन सैक्स ग्रुप, जेपी मॉर्गन और मॉर्गन स्टेनली जैसे कई मर्चेंट बैंकों से बात कर रही है।
तेल की बढ़ी कीमत का फायदा उठाने की योजना
बाजार के जानकारों का कहना है कि अभी क्रूड ऑयल (Crude Oil) की कीमत रिकॉर्ड हाई है। सऊदी अरामको इसका फायदा उठाना चाहती है। इस घटना से जुड़े लोगों का कहना है कि कंपनी इसी साल यह आईपीओ लॉन्च कर सकती है। गौरतलब है कि इस साल जनवरी में दक्षिण कोरिया की एलजी एनर्जी ने आईपीओ से करीब 10.8 अरब डॉलर जुटाए थे। सऊदी अरामको अपनी ट्रेडिंग सब्सिडियरी की वैल्यू अनलॉक करना चाहती है, जबकि दुनिया की ज्यादातर ऑयल कंपनियां अपनी ट्रेडिंग सब्सिडियरी के बारे में जानकारियां सावर्जनिक नहीं करना चाहती है। दरअसल, ट्रेडिंग सब्सिडियरी के जरिए ही ऑयल कंपनियों को कमाई होती है। इसलिए ट्रेडिंग सब्सिडियरी की लिस्टिंग नहीं कराती हैं।
हाल ही में एप्पल को पीछे छोड़ा
हाल ही में सऊदी अरामको ने Apple को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी है। दरअसल, पेट्रोलियम उत्पाद की कीमत में जबरदस्त उछाल से अरामको का मुनाफा बंपर बढ़ा है। वहीं, टेक्नोलॉजी की स्थिति खराब होने से एप्पल को नुकसाना उठाना पड़ा है। इससे सऊदी अरामको सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। सऊदी अरामको का बाजार मूल्यांकन बढ़कर 2.42 लाख करोड़ डॉलर पहुंच गया। वहीं, एप्पल का बाजार मूल्यांकन घटकर 2.37 लाख करोड़ डॉलर रह गया। तेल के दाम आसमान छून से अरामको का मुनाफा 124 फीसदी बढ़ गया है। साल 2020 में अरामको को 49 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ था जो 2021 में बढ़कर 110 अरब डॉलर हो गया।