आम तौर पर शुभ माना जाने वाला मंगलवार चार जून को शेयर बाजार के निवेशकों के लिए अशुभ साबित हुआ। इस दिन शेयर बाजार में चार साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इससे निवेशकों ने एक ही सत्र में करीब 30 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए।
लोकसभा चुनावों की मतगणना के अंतिम चरण में प्रवेश करते ही मंगलवार को सेंसेक्स 4,389 अंक या 5.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,079 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 1,379 अंक या 5.93 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,884 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 4,051 अंक या 7.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 46,928 पर बंद हुआ।
ऐसा रहा शेयर बाजार का हाल
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल), हीरो मोटोकॉर्प, ब्रिटानिया, नेस्ले और डिविस लैब्स को निफ्टी पर सबसे ज्यादा लाभ हुआ, जबकि ओएनजीसी, कोल इंडिया और एसबीआई को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। एफएमसीजी के शेयरों को छोड़कर, रियल्टी, दूरसंचार, धातु, तेल और गैस, बिजली और पीएसयू बैंक के शेयर 10 प्रतिशत से अधिक नीचे थे। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 7-8 प्रतिशत नीचे थे। विशेषज्ञों ने कहा कि बाजार में एनडीए की शानदार जीत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा न होने के कारण बाजार बहुत नीचे चला गया।
इस कारण बाजार में आई गिरावट
फिलहाल सूचकांक 22 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर पर है, यह 21,400-21,500 तक भी गिर सकता है। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, एक बार रुझान भाजपा के पक्ष में आ जाए, तो बाजार में सुधार संभव है। आम चुनावों के अप्रत्याशित नतीजों ने घरेलू बाजार में डर के मारे बिकवाली की लहर पैदा कर दी, इसके कारण शेयर मार्केट में गिरावट आई।
इनपुट: आईएएनएस