Investment Opportunity: सस्ते होटल्स रूम उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओयो सितंबर के बाद अपना प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने की योजना बना रही है। कंपनी ने इस संबंध में बाजार नियामक सेबी को पत्र लिखकर अपने आवेदन को अद्यतन करने का अनुरोध किया है। कंपनी ने आईपीओ के जरिए 8,430 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पिछले साल अक्टूबर में सेबी के पास आवेदन किया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कंपनी अब 11 अरब अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगभग 7-8 अरब अमेरिकी डॉलर के कम मूल्यांकन पर तैयार है। यानी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सस्ते में शेयर अलॉट किए जाएंगे।
बाजार स्थिति सुधाने का इंतजार कर रही कंपनी
उन्होंने कहा कि कंपनी सितंबर तिमाही के बाद आईपीओ इसलिए लाना चाहती है, क्योंकि तब तक उसे वित्तीय प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है। साथ ही तब तक बाजार दशाएं अनुकल हो सकती है। इस बारे में संपर्क करने पर ओयो ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
आईपीओ के खिलाफ याचिका खारिज किया था
फरवरी महीने में दिल्ली उच्च न्यायालय ने ऑरैवल स्टेज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के फैसले में हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए जोस्टल हॉस्पिटैलिटी की याचिका को खारिज कर दिया था। जोस्टल हॉस्पिटैलिटी ने अपने पक्ष में एक मध्यस्थता फैसले के मद्देनजर ओयो की मूल कंपनी ऑरैवल में सात प्रतिशत इक्विटी शेयरों के लिए दावा किया था। न्यायमूर्ति सी हरि शंकर ने कहा था कि ऑरैवल के आईपीओ के खिलाफ रोक लगाने का कोई मामला नहीं बनाया गया है और याचिका खारिज की जाती है।