केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि सरकार ने भारत में निवेश करने के इच्छुक संयुक्त अरब अमीरात के निवेशकों की सुविधा के लिए दुबई में ‘इन्वेस्ट इंडिया’ का कार्यालय खोलने का फैसला किया है। गोयल ने निवेश पर भारत-यूएई उच्चस्तरीय कार्यबल की 12वीं बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए यह भी घोषणा की कि भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) का पहला विदेशी परिसर दुबई में स्थापित किया जाएगा। यह संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले 35 लाख भारतीय समुदाय के लिए एक वरदान होगा। बैठक के दौरान गोयल और अबू धाबी निवेश प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक शेख हमीद बिन जायद अल नाहयान की सह-अध्यक्षता में दोनों पक्षों ने कई प्रमुख फैसलों पर प्रगति की समीक्षा की और विभिन्न निर्णयों को तेजी से लागू किये जाने पर संतोष व्यक्त किया।
आर्थिक भागीदारी समझौते की समीक्षा
इन उपायों में स्थानीय मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार, भारत और संयुक्त अरब अमीरात की भुगतान प्रणालियों का एकीकरण, सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्राओं पर सहयोग और अहमदाबाद में एक ‘फूड पार्क’ का विकास शामिल हैं। गोयल ने कहा, ‘‘भारत-यूएई साझेदारी नवोन्मेष, निवेश और सतत विकास पर आधारित है।’’ भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापार, निवेश और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए 2013 में कार्यबल की स्थापना की गई थी। संयुक्त कार्यबल ने भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता के कामकाज की समीक्षा की।
द्विपक्षीय व्यापार लगातार बढ़ रहा
गोयल ने कहा कि इस समझौते के परिणामस्वरूप द्विपक्षीय व्यापार लगातार बढ़ा है। 2024 की पहली छमाही में तेल के अलावा अन्य क्षेत्रों में व्यापार बढ़कर 28.2 अरब डॉलर हो गया। यह सालाना आधार पर 9.8 प्रतिशत अधिक है।