यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में भारत किसानों और डेयरी क्षेत्र के हितों की पूरी तरह से रक्षा करेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह कहा। गोयल यहां दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को और बढ़ावा देने के तरीके खोजने और इस विषय में निजी क्षेत्र तथा नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए आधिकारिक दौरे पर आए हुए हैं। वह भारत-फ्रांस कारोबारी सम्मेलन में शामिल होने के लिए पेरिस भी गए थे। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत-यूरोपीय संघ व्यापार समझौते के लिए वार्ता का शीघ्र समापन हो सके इसके लिए इटली और फ्रांस ने पूर्ण समर्थन की पेशकश की है।
भारत जैसा अवसर दुनिया में कोई और नहीं दे सकता।
उन्होंने बताया कि इटली और फ्रांस में बैठकों के दौरान भारत ने दोनों क्षेत्रों में भिन्न आर्थिक परिस्थितियों और प्रति व्यक्ति आय पर जोर दिया। गोयल ने कहा कि यूरोपीय संघ के व्यवसायों को भारत जिस प्रकार के कारोबारी अवसर दे सकता है वह दुनिया में कोई और नहीं दे सकता। उन्होंने कहा, ‘‘इसे ध्यान में रखते हुए हम एफटीए करेंगे। हम किसानों और डेयरी क्षेत्र के हितों की रक्षा करेंगे। हमने यूएई तथा ऑस्ट्रेलिया व्यापार समझौतों में भी ऐसा ही किया है।’’ भारत और यूरोपीय संघ के मुख्य वार्ताकार पांचवें दौर की वार्ता के लिए 19-23 जून तक नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे। वाणिज्य मंत्री गोयल ने यह भी बताया कि अमेरिका की आईफोन विनिर्माता कंपनी एप्पल भारत में अपने परिचालन का लगातार विस्तार कर रही है और भारत सरकार उसके कारोबार को समर्थन देने के लिए कंपनी के संपर्क में बनी हुई है।
एप्पल भारत में लगातार विस्तार कर रहा
भारत में एप्पल की पूर्ण विनिर्माण इकाई शुरू होने संबंधी कंपनी की योजना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गोयल ने कहा, ‘‘एप्पल भारत में अपने परिचालन का लगातार विस्तार कर रही है। हम एप्पल के लगातार संपर्क में हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी उनके संपर्क में है।’’ उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष एप्पल ने भारत से करीब पांच अरब डॉलर का सामान निर्यात किया। यही नहीं, कंपनी की योजना अगले चार से पांच वर्ष के भीतर अपने वैश्विक उत्पादन का 25 प्रतिशत उत्पादन भारत में करने की है।