रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अब दुनिया में दिखने लगा है। इस युद्ध से कई देशों के आर्थिक हालत बहुत खराब हो चुके हैं। ऐसे ही देशों में शुमार है जिम्बाब्वे जहां भारी महंगाई से जूझ रहे लोगों को अपने परिवारों के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है। दरअसल आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जिम्बाब्वे की मुद्रास्फीति बढ़कर 130 प्रतिशत से अधिक हो गई है। यूक्रेन-रूस युद्ध की शुरुआत से पहले जिम्बाब्वे की मुद्रास्फीति दर 66 प्रतिशत थी।
देश में फैला अफवाह कि लोग अपने पैर की उंगलियों को काटकर बेच रहे हैं
ऐसे हालात में देश में यह अफवाह फैल गई कि महंगाई से परेशान लोग अपने पैर की उंगलियों को बेच रहे हैं। यह अफवाह इतनी फैली कि जिम्बाब्वे के सूचना मंत्रालय के उप मंत्री काइंडनेस पारादजा को इस बात की जांच करानी पड़ी। जांच के बाद ही इस अफवाह को खारिज किया गया। मंत्री ने एक-एक करके व्यापारियों से अपने जूते उतार कर पैर की सभी 10 उंगलियां दिखाने को कहा। इसके बाद सभी उंगलियां सलामत पाए जाने पर पारादजा ने उंगलियां बेचने की कहानी को एक धोखा बताया। जिम्बाब्वे के सरकारी मीडिया ने इस जांच को रिकॉर्ड किया। वहीं पुलिस ने यह अफवाह फैलाने के आरोप में एक रेहड़ी-पटरी वाले को गिरफ्तार किया है।