Highlights
- दो साल बाद स्मॉल सेविंग्स स्कीम के ब्याज में कटौती संभव
- कोरोना के चलते 2020 के बाद ब्याज दरों में बदलाव नहीं हुआ
- पीएफ के ब्याज में कटौती के बाद छोटी बचत योजनाओं पर नजर
नई दिल्ली। सरकार कर्मचारी भविष्य निधि (पीएफ) जमाओं पर ब्याज दरों में कटौती के बाद स्मॉल सेविंग्स स्कीम के ब्याज दरों पर कैंची चला सकती है। इससे जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि बीते दो साल से स्मॉल सेविंग्स स्कीम के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में बहुत संभावना है कि जून तिमाही के लिए ब्याज दरों में बदलाव का ऐलान कर दे। वित्त मंत्रालय द्वारा पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों पर अंतिम निर्णय गुरुवार तक लिया जाएगा।
पीएफ पर ब्याज दरों में की गई कटौती
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने हाल ही में पीएफ पर ब्याज दर घटाकर 8.1 फीसदी कर दी है। यह पिछले 40 सालों में सबसे कम ब्याज दर है। ऐसे में माना जा रहा है कि दूसरी बचत योजनाओं पर भी सरकार ब्याज दरों में कटौती कर सकती है।
स्मॉल सेविंग्स स्कीम | ब्याज दर (% में) |
ईपीएफ | 8.1 |
पीपीएफ | 7.1 |
सुकन्या समृद्धि स्कीम (SSY) | 7.5 |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट | 6.7 |
किसान विकास पत्र (KVP) | 6.9 |
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) | 6.8 |
लगातार घट रही है ब्याज दर
स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर मिलने वाल ब्याज दरों में लगातार 10-12 सालों से कैंची चल रही है। इसका सबसे बड़ा नुकसान मध्य वर्ग को हो रहा है। एक ओर महंगाई की मार से मध्यमवर्ग परेशान है। दूसरी ओर उसकी बचत पर कैंची चल रही है।