भारत में सुस्त पड़ा अर्थव्यवस्था का पहिया एक बार फिर से भागने लगा है। भारत का औद्योगिक उत्पादन जनवरी 2023 में 5.2 प्रतिशत बढ़ा है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन जनवरी 2022 में दो प्रतिशत बढ़ा था। औद्योगिक उत्पादन दिसंबर 2022 में 4.7 प्रतिशत बढ़ा था।
बिजली, खनन और विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के चलते जनवरी 2023 में औद्योगिक उत्पादन थोड़ा बेहतर रहा। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.7 प्रतिशत बढ़ा है। यह आंकड़ा एक साल पहले इसी अवधि में 1.9 प्रतिशत था। समीक्षाधीन महीने में खनन उत्पादन 8.8 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 12.7 प्रतिशत बढ़ा। पूंजीगत वस्तुओं के खंड में जनवरी में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में यह आंकड़ा 1.8 प्रतिशत था।
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन में 7.5 प्रतिशत की गिरावट आई। एक साल पहले इसी अवधि में इसमें 4.4 प्रतिशत गिरावट हुई थी। उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं का उत्पादन 6.2 प्रतिशत बढ़ा। यह आंकड़ा एक साल पहले इसी अवधि में 3.1 प्रतिशत था। अवसंरचना या निर्माण वस्तुओं में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एक आंकड़ा एक साल पहले इसी अवधि में 3.1 प्रतिशत था।
आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में समीक्षाधीन महीने के दौरान 9.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों (अप्रैल-जनवरी) के दौरान आईआईपी में वृद्धि 5.4 प्रतिशत रही। एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 13.7 प्रतिशत था।