Market share of airlines in India: फोकस... फोकस... फोकस... यह एक ऐसा शब्द है, जो आपको आपके लक्ष्य की प्राप्ती में मदद करता है। आप जिस पर सबसे अधिक फोकस करते हैं, वह चीज बाकि के मुकाबले पहले हासिल हो जाती है। ऐसा अक्सर देखा जाता है। यही हाल एविएशन इंडस्ट्री में इन दिनों देखने को मिला है। एयर इंडिया अपने बेड़े को बड़ा करने पर ध्यान देने में लगा हुआ है। हाल ही में उसने 470 हवाई जहाज का ऑर्डर दिया है, जो अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है, जिसे किसी भी एविएशन कंपनी द्वारा दिया गया हो। ये डील इसी हफ्ते फाइनल हुई है। पीएम मोदी से लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन तक ने इस डील की तारीफ की है। इसके दूसरे तरफ इंडिगो भारत में सबसे अधिक कस्टमर बेस वाली कंपनी फिर से बन गई है। पहले भी यह उपाधि इसी के पास थी। इंडिगो के पास अकेले 55.4% का मार्केट शेयर है।
किस विमान कंपनी के पास कितना शेयर?
अगर हम इंडिया में सबसे कम मार्केट शेयर वाली कंपनी की बात करें तो वो स्टार एयर है, जिसके पास मात्र 0.2% का कस्टमर बेस है, यही हाल Trujet का भी है। उससे थोड़ा अधिक एलायंस एयर(1.3%) का है। फिर बारी आती है Air Asia की, उसके पास 5.7 फीसदी मार्केट शेयर है। टाटा ग्रुप की कंपनी विस्तारा के पास 8% और एयर इंडिया के पास 9.7 फीसदी कस्टमर बेस है। गो एयर 9.5% और Spicejet 10% के साथ चौथे और दूसरे स्थान पर बने हुए हैं। वहीं 55.6% मार्केट शेयर के साथ इंडिगो नंबर-1 पर है।
क्या है एयर इंडिया का विमान डील जिसकी हो रही चर्चा?
14 फरवरी को एयर इंडिया ने एयरबस से 250 विमान खरीदने की घोषणा की। इनमें 40 बड़े आकार के विमान शामिल होंगे। साथ ही अमेरिका की बोइंग कंपनी से 220 विमानों को खरीदने की डील हुई है। यानि कुल मिलाकर 470 विमान खरीदे जाएंगे। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन एयरबस से 40 बड़े आकार के ए350 और 210 छोटे आकार के विमान खरीदेगी। ऑनलाइन बैठक में चंद्रशेखरन ने कहा कि इन विमानों की खरीद के लिए एयरबस के साथ लेटर ऑफ इंटेंट पर हस्ताक्षर किया गया है। इस बैठक में अन्य लोगों के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों भी मौजूद थे। बड़े आकार के विमान का इस्तेमाल लंबी दूरी की उड़ानों के लिए किया जाएगा। टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। बता दें, एयर इंडिया के 470 विमान ऑर्डर से पहले 450 विमानों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा ऑर्डर 2011 में अमेरिकन एयरलाइन्स ने दिया था।