Indian Foreign Reserves: भारत में इन दिनों बहुत कुछ ठीक चल रहा है। महंगाई कंट्रोल में है, ब्याज दरें नहीं बढ़ रही है, विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान एक-एक रोटी के लिए तरस रहा है। वहां महंगाई चरम पर है, विदेशी मुद्रा भंडार में चंद डॉलर बचे हैं। आप सोच कर हैरान होंगे कि इस समय पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में जितनी रकम है उससे अधिक तो पिछले हफ्ते भारत के बढ़ गए हैं। पाकिस्तान के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार इस समय 4.09 अरब डॉलर रह गया है, जबकि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो जून को समाप्त सप्ताह में 5.929 अरब डॉलर बढ़कर 595.067 अरब डॉलर हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया कि इससे पहले लगातार दो सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार घटा था। इससे पहले के सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 4.34 अरब डॉलर घटकर 589.14 अरब डॉलर रह गया था।
इस दौरान भारत हुआ था मालामाल
अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन वैश्विक घटनाओं के कारण उत्पन्न दबावों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपये के बचाव के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने से इसमें गिरावट आई। रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, दो जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 5.27 अरब डॉलर बढ़कर 526.201 अरब डॉलर हो गयीं। डॉलर में अभिव्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में आई घट-बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार का मूल्य 65.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 45.557 अरब डॉलर हो गया। आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 60 लाख डॉलर घटकर 18.186 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार एक करोड़ डॉलर बढ़कर 5.123 अरब डॉलर हो गया।