Highlights
- 115 किमी प्रतिघंटा के रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाकर चेक किया जा रहा है।
- ट्रेन चंडीगढ़-लुधियाना के बीच चलाई गई है।
- ये वंदे भारत एक्सप्रेस देश की तीसरी ट्रेन होगी, जो वंदे भारत के नाम से चलेगी।
चंडीगढ़ स्टेशन पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) के नए वर्जन का ट्रायल शुरु कर दिया गया है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में इसे तैयार किया गया है। 115 किमी प्रतिघंटा के रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाकर चेक किया जा रहा है, जो चंडीगढ़-लुधियाना के बीच चलाई गई है।
ट्रायल के लिए अलग-अलग स्पीड तय
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत ट्रेन के ट्रायल के लिए अलग-अलग स्पीड तय किए गए हैं, जिसमें अनलोडेड और लोडेड ट्रेन भी शामिल है। इस दौरान इमरजेंसी ब्रेक का भी इस्तेमाल किया जाएगा ताकि ये पता किया जा सके कि हाई स्पीड के दौरान ट्रेन पर ब्रेक का क्या असर होता है और वह ब्रेक लगाने के बाद कितनी दूरी पर जाकर रुकती है। साथ ही इस बात की भी पुष्टि की जाएगी कि खाली बबलिंग तो नहीं आ रही है।
बता दें, ट्रेन चेन्नई से चलकर सुबह 7:14 मिनट पर ही चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंच गई थी, जिसके बाद से इसका ट्रायल सुबह 9 बजे शुरु किया गया है। रेल अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन साहनेवाल के बीच तीन से चार चक्कर लगाएगी। उस दौरान ट्रेन की अधिकतम स्पीड 115 से 120 हो सकती है, जो उस रुट की अधिकतम स्पीड होगी।
वंदे भारत देश की तीसरी ट्रेन
चंडीगढ़-लुधियाना के बीच चलाई जाने वाली ये वंदे भारत एक्सप्रेस देश की तीसरी ट्रेन होगी, जो वंदे भारत के नाम से चलेगी। बता दें कि इससे पहले दिल्ली से मुंबई और कटरा से दिल्ली के बीच दो ट्रेन चलाई जा चुकी है। एक बार जब इस ट्रेन का ट्रायल सफल हो जाएगा तब राजस्थान के कोटा से मध्यप्रदेश के नागदा के बीच ट्रायल किया जाएगा।
हर महीने आएंगी 5 से 6 वंदे भारत ट्रेन
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार चाहती है कि 15 अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेनें पटरियों पर दौड़ने लगें। ऐसी स्थिति में अगस्त माह में ट्रेन के दो अपडेटेड वर्जन के बाद हर महीने 5 से 6 वंदे भारत ट्रेन को लाया जाएगा। तेज गति वाली इस ट्रेन से यात्रियों को काफी फायदा मिलेगा। आजादी का अमृत महोत्सव यानी स्वतंत्रता के 75 साल होने के उपलक्ष्य में पीएम मोदी ने पिछले साल 2021 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 75 नई वंदे भारत एक्सप्रेस को शुरू करने का लक्ष्य रखा था।