Highlights
- पिछले वर्ष की तुलना में 51.4% अधिक कार्य
- पूरा हो चुका है 81.51 प्रतिशत काम
- रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस देने का ऐलान
Indian Railways: भारतीय रेलवे ने अपने पूरे ब्रॉड गेज नेटवर्क के विद्युतीकरण की एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। जिसके परिणामस्वरूप न केवल बेहतर ईंधन ऊर्जा का उपयोग होगा साथ ही ईंधन पर होने वाले खर्च में कमी आएगी। इसी के चलते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, सितंबर 2022 तक 851 रूट किलोमीटर तक विद्युतीकरण करने का नया रिकॉर्ड बनाया है।
पिछले वर्ष की तुलना में 51.4% अधिक कार्य
भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2021-22 की इसी अवधि के दौरान 562 मार्ग किलोमीटर तक विद्युतीकरण का काम किया था। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के आंकड़ों से 51.4 प्रतिशत अधिक है। इस वित्तीय वर्ष के दौरान विद्युतीकरण का लक्ष्य 6500 मार्ग किलोमीटर रखा गया है। 2021-22 के दौरान भारतीय रेलवे के इतिहास में 6,366 मार्ग किलोमीटर का रिकॉर्ड विद्युतीकरण हासिल किया गया था। इससे पहले, 2020-21 के दौरान उच्चतम विद्युतीकरण 6,015 किलोमीटर का था।
पूरा हो चुका है 81.51 प्रतिशत काम
रेलवे के मुताबिक, 30 सितंबर 2022 तक पूरे ब्रॉड गेज नेटवर्क के 65,141 किलोमीटर में से 53,098 ब्रॉड गेज किलोमीटर का विद्युतीकरण किया जा चुका है, जो कुल ब्रॉड गेज नेटवर्क का 81.51 प्रतिशत है।
रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस देने का ऐलान
सरकार ने रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस देने का ऐलान किया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए यह जानकारी दी। इस फैसले से रेलवे के करीब 11.27 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। उनहोंने इसके साथ ही पेट्रोलियम कंपनियों को हो रहे घाटे की भरपाई के लिए 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मदद देने का फैसला केंद्रीय कैबिनेट ने लिया है। लंबे समय से पेट्रोल-डीजल समेत एलपीजी सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी नहीं की गई है।
इससे पेट्रोलियम कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। इसी नुकसान को भरपाई के लिए यह राशि दी जाएगी। दी गई जानकारी के मुताबिक, रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन के बोनस के तहत अधिकतम 17,951 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इसके तहत ट्रैक मेंटेनर, ड्राइवर और गार्ड, स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, टेक्निशियन, टेक्निशियन हेल्पर, कंट्रोलर, पॉइंट्समैन, मिनिस्टीरियल स्टाफ और अन्य ग्रुप 'सी' स्टाफ को बोनस दिया जाएगा। रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के बोनेस देने से रेलवे पर 1832.09 करोड़ रुपये का बोझ आएगा। कोविड-19 के बाद की चुनौतियों के कारण प्रतिकूल वित्तीय स्थिति के बावजूद बोनस भुगतान का निर्णय लिया गया है।