देश की इकॉनमी के लिए एक बड़ी अच्छी खबर सामने आई है। डायरेक्ट टैक्स के लिए एडवांस टैक्स कलेक्शन (Advance Tax Collections) में बंपर उछाल आया है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक केंद्र सरकार का एडवांस टैक्स कलेक्शन एक साल पहले की तुलना में 19.8 फीसदी उछल गया है। यह बढ़कर 6.24 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। ताजा आंकड़ों के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। एडवांस टैक्स कलेक्शन के ये आंकड़े इकॉनमी के लिए काफी अच्छे संकेत दे रहे हैं। इन आंकड़ों में 15 दिसंबर को शाम 11:30 बजे तक हु्आ पेमेंट शामिल है। यह तीसरी तिमाही के लिए एडवांस टैक्स जमा कराने का आखिरी दिन था। बैंकों से कुछ और डेटा आने के बाद सोमवार को एडवांस टैक्स कलेक्शन का फाइनल आंकड़ा बढ़ सकता है। फाइनल आंकड़े इस हफ्ते जारी होंगे।
कॉरपोरेट टैक्स में 21 फीसदी का उछाल
कुल एडवांस टैक्स कलेक्शन में से कॉरपोरेट टैक्स 4.81 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें एक साल पहले की तुलना में 21 फीसदी का जबरदस्त उछाल आया है। जबकि पर्सनल इनकम टैक्स 1.42 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें भी पिछले साल की तुलना में 15.26 फीसदी का भारी उछाल आया है। रेटिंग एजेंसी इकरा की चीफ इकॉनोमिस्ट अदिति नायर ने कहा, 'एडवांस टैक्स कलेक्शन में भारी उछाल दर्शाता है कि इकॉनोमिक ग्रोथ का मोमेंटम इस तिमाही के शुरुआती हिस्से में लगातार बना हुआ है।' नायर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बजट अनुमानों को पार कर जाएगा।
शानदार कॉरपोरेट मुनाफे के संकेत
पिछले हफ्ते, आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया था। यह पहले 6.5 फीसदी था। सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ अनुमानों से अधिक 7.6 फीसदी रही थी। एडवांस टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी शानदार कॉरपोरेट मुनाफे को भी दर्शाती है। अप्रैल से जून तिमाही में एडवांस टैक्स कलेक्शन 1.16 लाख करोड़ रुपये रहा था। अप्रैल से सितंबर तिमाही में यह 3.55 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसके बाद अप्रैल से दिसंबर तिमाही में यह 6.24 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
राजस्व घाटे के लक्ष्य तक पहुंचने में मिलेगी मदद
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024 में डायरेक्ट टैक्स के लिए 18.20 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा था। यह वित्त वर्ष 2023 के ताजा अनुमान से 9.6 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2023 के लिए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का बजट अनुमान 14.2 लाख करोड़ रुपये था। इसे बाद नें संशोधित कर 16.5 लाख करोड़ किया गया और यह मामूली बढ़त के साथ 16.61 लाख करोड़ पर बंद हुआ। अनुमान से अधिक टैक्स कलेक्शन से सरकार को वित्त वर्ष 2024 के राजस्व घाटे के लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी। यह लक्ष्य जीडीपी का 5.9 फीसदी है।