इस साल भारत G-20 की अध्यक्षता करने जा रहा है, जिसमें भारत ने वन अर्थ, वन फैमली और वन फ्यूचर का थीम दिया है, जिसकी तारीफ देश और दुनियाभर में हो रही है। पूरी दुनिया की नजर इस समय भारत पर है। हाल हीमें फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी पीएम मोदी की इसके लिए तारीफ की थी। IMF भी भारत के इस कदम की सराहना कर चुका है। इन सभी गतिविधियों के बीच भारत के विकास दर को लेकर एक बड़ी खबर आई है।
आर्थिक सलाहकार ने विकास दर को लेकर कही ये बात
आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने रविवार को कहा है कि भारत कई वर्षों तक नौ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2030 के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिए जरूरी है कि दुनिया लगातार उच्च वृद्धि दर हासिल करे। सान्याल ने यहां भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत पहली शेरपा बैठक के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत की प्रति व्यक्ति आय केवल 2,200 अमेरिकी डॉलर है और यह कई वर्षों की उच्च वृद्धि दर के बाद हासिल की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि एसडीजी हासिल करने के लिए खासतौर से दक्षिणी गोलार्ध में उच्च जीडीपी वृद्धि दर को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वह गरीबी के पुनर्वितरण से अधिक कुछ नहीं होगा। अपेक्षाकृत उन्नत देशों में भी ज्यादातर का कर्ज बहुत अधिक है। उनके लिए भी जीडीपी वृद्धि का उच्च स्तर बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण होगा।
IMF कर चुका है भारत की तारीफ
आईएमएफ के नीति समीक्षा विभाग की निदेशक सेला पजारबासियोग्लू ने हाल ही में कहा था कि भारत के जी-20 एजेंडे का आईएमएफ पूरी तरह समर्थन करता है। जी-20 की भारत की अध्यक्षता की थीम ‘वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर’ है। इसका मतलब यह है कि भारत मतभेदों को दूर करने और स्थानीय स्तर, संघीय स्तर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने की आवश्यकता को प्राथमिकता दे रहा है। बता दें, इंडोनिशया के बाली में जी-20 की घोषणा को अंजाम तक पहुंचाने में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए।