Highest Employee: अगर आपसे पूछा जाए कि दुनियाभर में सबसे अधिक रोजगार देने वाली संस्था कौन है तो आपके दिमाग में किसी नेशनल या मल्टीनेशनल प्राइवेट कंपनी का नाम आए। आप गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और IMB जैसी संस्था के बारे में भी सोच सकते हैं। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं। हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट में पता चला है कि भारत का रक्षा मंत्रालय दुनिया में सबसे अधिक रोजगार देने वाला विभाग है।
चीन और अमेरिका से भी आगे
मार्केट और कंज्यूमर डेटा स्पेशलिस्ट रिसर्च कंपनी स्टेटिस्टा की एक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में ये कहा गया है कि हमारे देश का रक्षा मंत्रालय रोजगार देने के मामले में दुनिया में सबसे आगे निकल गया है। अमेरिका और चीन जैसे देश को भी हमने पीछे छोड़ दिया है। आज के समय में भारतीय रक्षा मंत्रालय में कुल 29 करोड़ 2 लाख लोग काम कर रहे हैं। वहीं इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है अमेरिका जिसे दुनिया की महाशक्ति भी बोला जाता है, जहाँ के रक्षा विभाग में 29 करोड़ 1 लाख लोग नौकरी कर रहे हैं यानि देखा जाए तो ये संख्या भारत से एक लाख कम है। अब बात करते हैं, दुनिया की सबसे बड़ी सेना वाले देश चीन की, जहां महज 25 करोड़ 5 लाख लोग काम कर रहे हैं। अगर पड़ोसी देश चीन से भारत की तुलना की जाए तो रोजगार देने के मामले में हम 3 करोड़ 7 लाख अधिक हैं।
अपनी सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाला अमेरिका
दुनिया में सुपर पावर का दर्जा रखने वाला अमेरिका अपनी सेना पर सबसे ज्यादा पैसा खर्च करता है। अकेले अमेरिका अपने रक्षा बजट पर करीब 180 बिलियन डॉलर खर्च करता है।
रक्षा बजट में दूसरे नंबर पर चीन
चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी आर्मी है। हालांकि, सैन्य खर्च के मामले में वह दूसरे स्थान पर है। वह अपनी सेना पर करीब 292 बिलियन डॉलर का खर्च करता है।
तीसरे नंबर पर भारत
सेना पर खर्च के मामले में भारत की रैकिंग देखें तो वह तीसरे नंबर पर है। भारत अपने रक्षा बजट पर करीब 76.6 बिलियन डॉलर खर्च करता है।
चौथे नंबर पर ब्रिटेन
ब्रिटेन जिसने एक समय में पूरी दुनिया पर राज किया था, जिसके लिए कहा जाता था कि उस साम्राज्य में कभी सूरज अस्त ही नहीं होता था, वह अपने सेना पर करीब 68.4 बिलियन डॉलर खर्च करता है।
पांचवें नंबर पर रूस
रूस, जिसे एक समय में अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा ताकतवर माना जाता था वह अपनी सेना पर किए जाने वाले खर्च के मामले में पांचवें स्थान पर है। वह अपनी सेना पर करीब 65.9 बिलियन डॉलर खर्च करता है।