भारत में अरबपतियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि भारत में इस साल यानी 2024 में अरबपतियों की संख्या बढ़कर 334 हो जाएगी। साथ ही साथ सर्वे रिपोर्ट में यह भी निकलकर सामने आया कि मुंबई ने एशिया की अरबपतियों की राजधानी के तौर पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। मुंबई अमेरिका और चीन से आगे निकलकर दुनिया में तीसरे नंबर पर चला गया है। 360 वन वेल्थ और क्रिसिल की द वेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट का लेटेस्ट एडिशन जारी किया है, जिसमें एक व्यापक सर्वेक्षण पर आधारित रुझान भी शामिल हैं।
भारत तेजी से वैश्विक धन के केंद्र के रूप में उभर रहा
खबर के मुताबिक, द वेल्थ इंडेक्स भारत के अल्ट्रा हाई नेट वर्थ व्यक्तियों और हाई नेट वर्थ व्यक्तियों के निवेश व्यवहार, वरीयताओं और धन प्रबंधन रुझानों पर एक विस्तृत शोध और एनालिसिस है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत तेजी से वैश्विक धन के केंद्र के रूप में उभर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फिनटेक, ई-कॉमर्स, अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्रों में धन सृजन को जोरदार बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
धनी कैटेगरी में महिलाओं की बढ़ रही एंट्री
360 वन वेल्थ और क्रिसिल की द वेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट में कहा गया है कि धनी अभिजात वर्ग में एंट्री करने वाली महिलाओं की संख्या में तेजी आ रही है। 40 प्रतिशत से ज्यादा धनी महिलाएं 51-60 साल की उम्र के बीच की हैं। जिनमें कई कम जोखिम वाले और स्थिर निवेश को अपनाती हैं। यह जनसांख्यिकीय बदलाव धन प्रबंधन के लिए दृष्टिकोण ला रहा है। सर्वे रिपोर्ट कहती है कि धनी लोग पारंपरिक परिसंपत्तियों से परे जा रहे हैं। पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस, वैकल्पिक निवेश कोष और रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट जैसे ऑप्शन पॉपुलर हो रहे हैं।
भारत के अरबपतियों की सामूहिक संपत्ति
फोर्ब्स की 2024 की भारत के 100 सबसे अमीरों की लिस्ट से पता चलता है कि भारत के अरबपतियों की सामूहिक संपत्ति 1 खरब डॉलर को पार कर 1.1 खरब डॉलर तक पहुंच गई है। मुकेश अंबानी 119.5 अरब डॉलर के साथ सबसे आगे हैं, उसके बाद गौतम अडानी 116 अरब डॉलर और उसके बाद सावित्री जिंदल का स्थान है जिनकी संपत्ति 43.7 अरब डॉलर है।