वैश्विक सेमीकंडक्टर संगठन सेमी (SEMI) और उसके समकक्ष आईईएसए (IESA) ने भारत में इस इंडस्ट्री के इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक समझौते की घोषणा की है। एक संयुक्त बयान में कहा गया कि समझौते के तहत इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए) सेमी का हिस्सा बन जाएगा। सेमी ‘सेमीकॉन इंडिया’ सहित सेमीकॉन कार्यक्रमों का आयोजक है। सेमी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजीत मनोचा ने कहा, “यह साझेदारी सेमी को इस महत्वपूर्ण उभरते बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाने में मदद करेगी और दोनों संगठनों को ठोस रणनीतियों की पहचान करने में सक्षम बनाएगी जो आपूर्ति श्रृंखला मजबूती बढ़ाने के लिए हमारी संयुक्त शक्तियों का लाभ उठाती हैं।”
भारत को होगा काफी फायदा
बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि सेमीकॉन इंडिया 2024 के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते से संयुक्त नीति वकालत प्रयासों का मार्ग भी प्रशस्त होगा, जिसमें आईईएसए और सेमी उत्पाद विकास और विनिर्माण के लिए प्रोत्साहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेंगे तथा उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) और डिजाइन से जुड़े प्रोत्साहन (डीएलआई) मॉडल जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का लाभ उठाएंगे। आईईएसए के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा, “यह उपलब्धि भारत, सेमी और आईईएसए के लिए एक बड़ी जीत है। यह भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर का ऊर्जा केंद्र बनने की स्थिति में ले जाएगा, आर्थिक वृद्धि को गति देगा और नवाचार को बढ़ावा देगा।”
नीदरलैंड की कंपनी करेगी बड़ा निवेश
नीदरलैंड्स की एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स अगले कुछ सालों में भारत में अपनी आरएंडडी गतिविधियों को दोगुना करने के लिए एक अरब डॉलर (8400 करोड़ रुपये) से ज्यादा का निवेश करने की योजना बना रही है। एनएक्सपी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, प्रेसिडेंट और सीईओ कर्ट सीवर्स ने बुधवार को सेमीकॉन इंडिया 2024 में कहा कि कंपनी पूरी इंडस्ट्री के साथ जुड़ रही है।