भारत दुनिया की सबसे अर्थव्यवस्था बना हुआ है और आने वाले वर्षों में इसकी गति और तेजी से बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा ने कहा है कि भारत अगले दशक में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा और बदलावों के जरिये चुनौतियों से उबर रहा है। ऐसे में 2032 तक भारत दुनिया दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2050 तक सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि डिप्टी गवर्नर ने 25 मार्च को जापान के क्योटो में नोमुरा के 40वें ‘सेंट्रल बैंकर्स सेमिनार’ में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था: अवसर और चुनौतियां’ विषय पर अपनी बात रखते हुए कहीं।
भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर असाधारण
उन्होंने आगे कहा कि भारत के हालिया वृद्धि प्रदर्शन ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। उदाहरण के लिए, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अप्रैल, 2023 और जनवरी, 2024 के बीच संचयी रूप से 2023 के लिए अपने पूर्वानुमान को 0.8 प्रतिशत बढ़ाया है। आईएमएफ को उम्मीद है कि भारत वैश्विक वृद्धि में 16 प्रतिशत का योगदान देगा, जो बाजार विनिमय दरों के मामले में दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा है। इस मापन के अनुसार, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और आगामी दशक के भीतर जर्मनी और जापान से आगे निकलने की स्थिति में है। क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था पहले से ही दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
7.6 प्रतिशत की दर से बढ़ रही अर्थव्यवस्था
बता दें, इस महीने की शुरूआत में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में 7.6 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। वहीं, अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है।