भारत में लगातार दो सप्ताह से घट रहे विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट में विराम लग गया है। इस सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 6.306 अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी हुई है, और यह बढ़कर 584.755 अरब डॉलर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस वृद्धि के साथ पिछले दो सप्ताह से जारी गिरावट पर विराम लग गया है। इससे पिछले सप्ताह, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 32.9 करोड़ डॉलर घटकर 578.42 अरब डॉलर रहा था।
जानिए क्यों आ रही थी गिरावट
आपको बता दें कि अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशीमुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपये की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से बाद में इसमें गिरावट आई थी।
जानिए विदेशी मुद्रा भंडार में क्या-क्या है?
रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, सात अप्रैल को समाप्त सप्ताह में, मुद्राभंडार का अहम हिस्सा, विदेशीमुद्रा आस्तियां 4.74 अरब डॉलर बढ़कर 514.431 अरब डॉलर हो गयी। डॉलर में अभिव्यक्त किये की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं में आई घट-बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है।
गोल्ड रिजर्व में भी इजाफा
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 1.496 अरब डॉलर बढ़कर 46.696 अरब डॉलर हो गया। आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 5.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.45 अरब डॉलर हो गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार 1.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.178 अरब डॉलर रहा।