देश में ई-रिटेल बाजार धीरे-धीरे बड़ा रूप लेता जा रहा है। एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि साल 2028 तक भारत में ई-खुदरा बाजार साल 2028 तक 160 अरब अमेरिकी डॉलर यानी करीब 13 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के आंकड़े को पार कर सकता है। भाषा की खबर के मुताबिक, बेन एंड कंपनी ने फ्लिपकार्ट के साथ मिलकर तैयार की गई एक रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में ई-खुदरा बाजार करीब 57-60 अरब डॉलर (4.75 लाख करोड़ रुपये से 5 लाख करोड़ रुपये) के हो जाने की उम्मीद है।
हर साल लगभग 8-12 अरब डॉलर की बढ़ोतरी
खबर के मुताबिक, ई-खुदरा मार्केट में साल 2020 के बाद से हर साल लगभग 8-12 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। अनुमान है कि साल 2028 तक लगभग 24 करोड़ का सालाना खरीदार बेस होगा। बेन के पार्टनर और वरिष्ठ अधिकारी अर्पण सेठ ने एक बयान में कहा कि किफायती डेटा, बेहतर लॉजिस्टिक, फिनटेक बुनियादी ढांचा और मजबूत डिजिटल उपभोक्ता इको सिस्टम के चलते भारत के ई-रिटेल इंडस्ट्री की लंबी अवधि के लिए बेस बहुत मजबूत है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बाजार साल 2028 तक 23-25 प्रतिशत की ग्रोथ रेट के साथ 160 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का हो सकता है।
ई-कॉमर्स कंपनियां लगातार बढ़ा रही हैं निवेश
भारत में कई बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां लगातार अपने निवेश बढ़ा रही हैं। बिजनेस की जबरदस्त संभावनाओं अमेजॉन, फ्लिपकार्ट के साथ-साथ रिलायंस रिटेल के जैसे बड़े ऑनलाइन प्लेयर आने वाले समय के लिए बड़ी तैयारी कर रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, साल के शुरू में अमेजन ने 2030 तक बाजार के लिए अतिरिक्त 15 बिलियन डॉलर निवेश करने की बात की। इसके बाद भारत में कंपनी का कुल निवेश 26 बिलियन डॉलर हो रहा है। हाल के दिनों में ऑनलाइन खरीदारी का बेस भी काफी बढ़ा है।